जयपुर। राजस्थान में पिछले कुछ सालों से महिलाओं के खिलाफ रेप और गैंगरेप जैसी घटनाओं में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद कम नहीं हो रहा है, बल्कि ये बढ रहे है। प्रदेश में अब महिलाएं घर से बाहर निकलने में भी डर रही है। दर्द, दहशत, दरिंदगी और हैवानियत की शिकार महिलाए अब कहीं भी सुरक्षित नहीं है। महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध के कारण राजस्थान को टॉप पर ला दिया है। बेइंतहा दर्द, दहशत और दरिंदगी की हदें पार करने वाली ऐसी खौफनाक घटनाओं से राजस्थान शर्मसार हो रहा है।
महिलाए कहीं भी सुरक्षित नहीं
प्रदेश में महिलाए ना तो घर में सुरक्षित है और ना ही थाने में। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि नारी ना तो सरकारी कार्यालय में खुद को सेफ महसूस कर रही है ना ही अस्पताल और सड़क पर। हवस के दरिंदे महिलाओं को हर जगह शिकार बना रहे है। केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने राजस्थान सरकार का मार्च का कैलेंडर जारी कर दुष्कर्म की घटनाओं का ब्यौरा दिया। उन्होंने दो मार्च से नौ मार्च तक की घटनाओं की ओर इंगित करते हुए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से पूछा कि इतनी घटनाओं के बावजूद वे राजस्थान क्यों नहीं गए। आपको बता दे कि पिछले दिनों से निजी अस्पताल, थाना परिसर, घर, होटल, खेत, निर्माणाधीन मकान, महिला अत्याचार अनुसंधान यूनिट कार्यालय और नेशनल हाईवे से महिलाओं खिलाफ रेप और गैंगरेप के मामले सामने आए है।