जयपुर। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने विरोधियों को सबक सिखाने के लिए देव दर्शन की योजाना बनाई है। राजे नेता प्रतिपक्ष के गढ़ मेवाड़ से 23 नवंबर से हेलिकॉप्टर के जरिए यात्रा शुरू कर रही हैं। खास बात यह है गुलाबचंद कटारिया ने तीन दिन पहले ही वसुंधरा राजे पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि वे पिछले तीन उपचुनाव में शामिल नहीं हुई, जबकि वे स्टार प्रचारक थीं। इसके बाद ही वसुंधरा का मेवाड़ दौरा राजनीतिक चर्चा में आ गया है।
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को देंगी सियासी जवाब
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एक बार फिर अपने चिर परिचित अंदाज में धार्मिक और सामाजिक यात्रा के साथ फील्ड में उतरने जा रही हैं। उपचुनाव में हार के लिए राजे का नाम लेकर निशाना साधने वाले नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के ही मेवाड़ क्षेत्र में राजे ने 23 से 25 नवंबर को बड़ी यात्रा की प्लानिंग कर सियासी जवाब देने की तैयारी कर ली है। वे चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, उदयपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा और बांसवाड़ा जिलों में मंदिरों के दर्शन करेंगी और दिवंगत जनप्रतिनिधियों के घर संवेदना भी जताने जाएंगी।
कटारिया ने राजे पर लगाए हैं उपचुनावों से नदारद रहने के आरोप
वसुंधरा राजे की मेवाड़ यात्रा 23 नवंबर को सांवरिया सेठ मंदिर में दर्शन से शुरू होगी। धरियावद के दिवंगत विधायक गौतम मीणा के घर शोक संवेदना जताने भी राजे जाएंगी। मेवाड़ में हाल ही दो विधानसभा सीटों वल्लभनगर और धरियावाद में हुए उपचुनाव में बीजेपी की हार के बाद उनके दौरे की सियासी चर्चाएं शुरू हो गई हैं, क्योंकि उदयपुर संभाग से ही आने वाले नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया खुद वसुंधरा राजे का नाम लेकर उन पर पिछले उपचुनावों से नदारद रहने के आरोप लगा चुके हैं। अब राजे उन्हीं के गढ़ में अपनी पैठ और ताकत दिखाएंगी।