जयपुर। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 8 मार्च को अपना जन्मदिन मनायेंगी। जन्म पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे कोटा संभाग के बूंदी जिले के केशोरायपाटन में पूजा अर्चना करेंगी। उसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेगी। बीजेपी की दिग्गज नेता वसुंधरा राजे की इस देव दर्शन की यात्रा को कामयाब बनाने के लिए पार्टी के कद्दावर नेताओं ने हाड़ौती में डेरा डाल दिया है। 8 मार्च को ही अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। लिहाजा वसुंधरा राजे समर्थक उनके जन्मदिन के मौके पर शक्ति प्रदर्शन करेंगे।
8 मार्च को होगा शक्ति प्रदर्शन
बीजेपी में चल रही वर्चस्व की लड़ाई के बीच अब प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी के बयानों में भी अब नरमी दिखाई देने लगी है। 8 मार्च को वसुंधरा राजे का जन्मदिन इस बार पूरी ताकत के साथ मनाया जाएगा। वसुंधरा राजे के जन्मदिन की तैयारियों के सिलसिले में हाड़ौती में बैठकों का दौर चल रहा है। हाड़ौती के कद्दावर नेता इस मौके पर भारी भीड़ जुटाने के लिये दिन रात जुटे हैं। जन्मदिन के अवसर पर राजे पहले केशोरायपाटन में देव दर्शन कर पूजा अर्चना करेंगी। उसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं से रू-ब-रू होंगी। राजे के जन्मदिन की तैयारियों को देखते हुये बीजेपी में जबर्दस्त हलचल बढ़ी हुई है।
तैयारियों में जुड़े पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता
हाड़ौती के पार्टी के दिग्गज नेता पूर्व विधायक प्रह्लाद गुंजल के नेतृत्व में कोटा से बड़ी संख्या में समर्थकों को केशोरायपाटन ले जाने की तैयारियां की जा रही है। गुंजल ने कहा कि इस बार वसुंधरा राजे के जन्मदिन के मौके पर सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया जाएगा।
पूनिया के तेवर पड़े नरमी
प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहकर सबको चौंका दिया कि वो जन्मदिन के मौके पर वसुंधरा राजे को बधाई देंगे। पूनिया ने कहा कि राजे राजस्थान की सम्मानित नेता हैं। बीजेपी में चल रही वर्चस्व की लड़ाई के बीच वसुंधरा राजे का जन्मदिन पर होने वाले शक्ति प्रदर्शन को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
फिर मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं समर्थक
राजे समर्थक इस मौके पर ताकत दिखा कर उनकी सीएम के रूप में ताजपोशी की संभावनाओं को और मजबूत करना चाहते हैं। ताकि कतार में लगे दूसरे नेताओं को 2023 की कुर्सी की लड़ाई में पीछे धकेला जा सके। इसके लिये राजे समर्थकों में भी भीड़ जुटाने की होड़ मची हुई है। वसुंधरा के समर्थक एक बार फिर उनको मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। इसके लिए 8 मार्च से कार्यकर्ता और उनके समर्थक इसकी तैयारियों में जुट जाएंगे और अगले साल होने वाले चुनाव के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेंगे।