जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) जयपुर मुख्यालय की टीम ने शुक्रवार को खान विभाग उदयपुर में पदस्थापित अधीक्षण अभियंता एवं तकनीकी सहायक निदेशक दीवान सिंह देवड़ा को गिरफ्तार किया है। देवड़ा के घर और कार्यालय सहित अन्य ठिकानों पर छापेमारी की। एसीबी ने जांच में देवड़ा के पास 125 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का भी खुलासा किया है। शनिवार को एसीबी दीवान सिंह देवड़ा को जयपुर में न्यायालय में पेश करेगी। इसके साथ ही आय से अधिक संपत्ति के मामले में अपनी जांच को भी आगे बढ़ाएंगी।
3 महीने पहले ही पकड़ा जाता
बता दें कि एसीबी टीम तीन माह पहले ही आरोपी को जयपुर में रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लेती, लेकिन व्यवस्था में कुछ सुराग होने पर आरोपी को खान विभाग ने ट्रेप से पहले ही एपीओ कर दिया था। इसके चलते एसीबी आरोपी को ट्रेप नहीं कर सकी। बाद में खान विभाग ने आरोपी देवड़ा को बहाल कर उदयपुर तबादला कर दिया था।
8 टीमों ने विभिन्न ठिकानों पर की छापामारी
एसीबी अधिकारियों के मुताबिक, 8 टीमों ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में देवड़ा, उनके पिता किशोर सिंह देवड़ा और व्यावसायिक पार्टनर करण सिंह तथा अवधेश सिंह के उदयपुर, सीकर, सिरोही व जयपुर स्थित अन्य ठिकानों पर छापा मारा गया। जांच में दीवान सिंह से संबंधित करीब 125 करोड़ से अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ है। इनमें विभिन्न मूल्यवान सामग्री और अन्य संपत्ति संबंधी दस्तावेज बरामद हुए हैं।
हर माह बंधी के तीन लाख
एसीबी के डीजी त्रिपाठी ने बताया कि तीन माह पहले आरोपी देवान सिंह देवड़ा जयपुर खान विभाग में सीनियर माइनिंग इंजीनियर पद पर कार्यरत था। उसी दौरान एक परिवादी ने शिकायत की। परिवादी ने बताया कि इसी वर्ष उसके खिलाफ खान विभाग ने 319 नंबर का मुकदमा दर्ज किया है। इसके बदले में आरोपी देवड़ा 7.50 लाख रुपए रिकवरी के साथ 1.50 लाख रुपए रिश्वत मांग रहा है। रिश्वत के अलावा 3 लाख रुपए हर माह बंधी देने के लिए धमका रहा है। आरोपी देवड़ा को 50 हजार रुपए दे दिए। लेकिन वह और रुपए मांग रहा है। एसीबी ने सत्यापन करवाया, तब आरोपी देवड़ा ने 1 लाख रुपए रिश्वत के और ले लिए। जबकि बंधी के तीन लाख रुपए की और मांग कर रहा था। लेकिन आरोपी ट्रेप से पहले एपीओ हो गया।