राजस्थान के मारवाड़ इलाके के चार ज़िलों में पिछले दिनों बाढ़ आई थी। प्रदेश के पाली, बाड़मेर, जालोर और सिरोही के कई हिस्से इस बाढ़ में जलमग्न हो गए थे। इस त्रासदी की घडी में राजस्थान की मुखिया वसुंधरा राजे और सरकार के मंत्री व प्रशासनिक अधिकारी लोगों के साथ खड़े रहे। प्रभावित लोगों को पूरी तरह से सहायता पहुंचाई गई। जिससे आज उन इलाकों में हालात सामान्य हो गए हैं। इन ज़िलों में जब सरकार ने रात-दिन काम करके स्थिति नियंत्रण में ले ली उसके बाद सरकार की विपक्षी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर पहुंचे। सचिन जब वहां पहुंचे तो स्थानीय जनता ने नेताजी को बड़ी देर से आने पर खरी-खोटी सुनाई। बाढ़ से प्रभावित हुए लोगों ने मज़े लेते हुए पायलट से कहा कि ”हुजूर आते-आते बहुत देर कर दी”।
सेल्फी लेते रहे और सरकार की आलोचना करते रहे पायलट:
राजस्थान के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट आपदा आने के 198 घंटे बाद पहुंचे। पायलट वीआईपी की तरह गए और उसी अंदाज़ में वापस लौट आए। अपने इस दौरे में पायलट ने जनता से कोई सकारात्मक संवाद नहीं किया। पायलट केवन पीड़ितों के सामने सरकार की आलोचना कर अपनी राजनीति साधने में लगे रहे। देरी से आने की अपनी झेंप मिटाने के लिए पायलट सरकार पर गुस्सा निकालते रहे और लोगों को भड़काते रहे। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गए पायलट कई बार पीड़ितों के सामने वहां सेल्फी लेते भी नज़र आए।
पहले दिन से ही एक्शन ले रही है मुख्यमंत्री राजे:
गौरतलब है कि जहाँ कांग्रेसी नेता इन विपरीत हालातों के बाद भी प्रभावित इलाकों के हालात का जायज़ा लेने नहीं पहुंचे थे वहीँ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पहले दिन से ही एक्शन ले लिया था। मुख्यमंत्री राजे ने बाढ़ की सूचना मिलते ही सम्बन्धिक ज़िलों के प्रभारी मंत्रियों और अधिकारियों को प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता पहुंचाने के लिए पाबन्द कर दिया था। मुख्यमंत्री राजे ने आपदा के पहले दिन ही अधिकारियों और मंत्रियों को आमजन की तकलीफ दूर करने के लिए भेज दिया था। मुख्यमंत्री ने पहले दिन से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों को निर्देशित करना शुरू कर दिया था। मुख्यमंत्री राजे ने खुद बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया था। बाढ़ग्रस्त जालोर, सिरोही, पाली और बाड़मेर में लोगों का भरपूर साथ देने के लिए मुख्यमंत्री खुद उनके बीच गई थी। लगातार मॉनिटरिंग कर और फीडबैक लेकर मुख्यमंत्री राजे ने पीड़ितों को शीघ्र राहत पहुंचाई है। हवाई सर्वेक्षण और ज़मीनी दौरे कर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आमजन के दुःख की घडी में पूरी भागीदारी निभाई है। राजस्थान सरकार ने आपदा में मरने वाले 31 मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता पहुंचा दी है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री राजे के प्रयासों से मृतक के परिवारजनों को 7-7 लाख रुपये की आर्थिक सहायता सरकार की ओर से दी जा रही है।