जयपुर। राज्यसभा में 17 राज्यों की 55 सीटों पर 26 मार्च को होने वाले चुनाव के लिए शुक्रवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। राज्यसभा चुनाव के लिए 13 मार्च तक नामांकन-पत्र दाखिल किए जा सकेंगे। राजस्थान से तीन सदस्यों का राज्यसभा के लिए निर्वाचन होना है। निर्वाचन आयोग ने राज्यसभा चुनाव की अधिसूचना शुक्रवार को जारी कर दी। अधिसूचना जारी होने के बाद नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई। मतदान 26 मार्च को होगा। राजस्थान विधानसभा के रिटर्निंग ऑफिसर प्रमिल कुमार माथुर ने बताया कि राजस्थान विधानसभा के कक्ष संख्या 106 में अभ्यर्थी या उसके किसी प्रस्थापक की ओर से सूबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक नामांकन पत्र दाखिल किए जा सकेंगे। इसके बाद 16 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 18 मार्च तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। माथुर ने बताया कि 26 मार्च को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा।
ये होगा सीटों का समीकरण
राजस्थान में दोनों मुख्य पार्टियों में विधायकों की संख्या बल के आधार पर कहा जा सकता है कि यदि कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ, तो दो सीटें कांग्रेस और एक भाजपा के खाते में जाएगी। प्रदेश में 10 राज्यसभा सीटों में से 9 भाजपा और एक कांग्रेस के पास है। 10 अप्रैल को श्रीराम नारायण, विजय गोयल और नारायण लाल पंचारिया रिटायर हो रहे हैं। राज्यसभा चुनाव में एक सीट को जीतने के लिए उम्मीदवार को प्रथम वरीयता के लिए 51 वोट चाहिए।
इन राज्यों में हो रहे है राज्यसभा सीटों पर चुनाव
आपको बता दें कि राज्यसभा में 17 राज्यों की 55 सीटों पर सदस्यों का कार्यकाल अप्रैल में अलग-अलग तारीखों को पूरा हो रहा है। इनमें महाराष्ट्र (7), ओडिशा (4), तमिलनाडु (6) और पश्चिम बंगाल (5) की सीटें दो अप्रैल को खाली हो रही हैं। इसके अलावा आंध्र प्रदेश (4), तेलंगाना (2), असम (3), बिहार (5), छत्तीसगढ़ (2), गुजरात (4), हरियाणा (2), हिमाचल प्रदेश (1), झारखंड (2), मध्य प्रदेश (3), मणिपुर (1) और राजस्थान (3) की सीटें 9 अप्रैल को खाली हो रही हैं। इसके अलावा मेघालय की एक सीट 12 अप्रैल को खाली हो रही है।
55 सीटों में से 15 बीजेपी के पास
राज्यसभा की 55 सीटों में से 15 बीजेपी के पास, 3 जेडीयू के पास और 4 एआईएडीएमके के पास है। इनके अलावा बीजेडी के भी दो सदस्य हैं। वहीं, विपक्षी दलों में कांग्रेस के ही 13 सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है और जबकि 18 सदस्य अन्य दलों के हैं, जिनमें एनसपी, शिवसेना और टीएमसी जैसे दल शामिल हैं।