राजस्थान सरकार प्रदेश के किसानों का राहत देने जा रही है। प्रदेश के लहसुन किसानों को राहत प्रदान करने के लिए वसुंधरा सरकार अब किसानों का लहसुन खरीदेगी। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पहले भी कहती रही है कि राजस्थान के किसानों को किभी भी प्रकार की समस्याओं का सामना नही करना पड़ेगा। राज्य सरकार किसान हितों मे कई कदम उठा रही है और आगे भी किसानों की आर्थिक सहायता के लिए राज्य सरकार इस प्रकार के कदम उठाएगी। लहसुन उत्पादक किसानों को इस बार बंपर पैदावार के कारण बाजार भाव नही मिल पा रहे थे जिससे प्रदेश के किसानों का मनोबल खत्म हो गया था लेकिन मुख्यमंत्री राजे ने किसानों को आत्मबल प्रदान करने के लिए लहसुन खरीदने का बड़ा कदम उठाया है इससे पहले राजस्थान के किनवा उत्पादक किसानों को राहत देते हुए राज्य सरकार ने 6000 प्रति क्विंटल के हिसाब से किनवा की खरीद की थी।
5 केंद्रों पर होगी राज्य सरकार की लहसुन खरीद
राजस्थान सरकार के सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने जानकारी देते हुए बताया कि किसानों से लहसुन खरीद की जाएगी। इसके लिए भारत सरकार से भी अनुमति मिल गई है। यह लहसुन खरीद एम.आई.एस. (मार्केट इण्टरवेंशन स्कीम) के तहत की जाएगी। उन्होंने बताया कि राजफैड यह खरीद प्रदेश के पांच केन्द्रों-कोटा, खानपुर, छीपा बडोद, केशोराय पाटन एवं प्रतापगढ पर करेगी।
3200 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से खरीदा जाएगा लहसुन
मंत्री किलक ने बताया कि राजफैड किसानों से यह खरीद 3200 रुपये प्रति क्विंटल पर करेगा। उन्होंने बताया कि किसानों से 10 हजार मैट्रिक टन लहसुन की खरीद की जाएगी। किलक ने बताया कि किसानों की लहसुन की उपज खराब नहीं हो, किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिले यह हमारी प्राथमिकता है, इसके मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही खरीद प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी जाएगी। सहकारिता मंत्री ने कहा कि किसानों के हितों के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा
किनवा उत्पादक किसानों को भी दी थी राहत
राजस्थान में इस बार किनवा की बंपर पैदावार के कारण किसानों को उचित भाव नही मिल पाए थे। राजस्थान के किसानों ने इस बार किनवा की 20 हजार क्विंटल पैदावार की है जो कि एक रिकॉर्ड है। राजस्थान सरकार ने किसान हितों को देखते हुए किनवा की फसल को 6000 प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीद की है।