राजस्थान क्रिकेट संघ के चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया सोमवार सुबह 8 से 11 बजे तक चली और इसके बाद चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों की किस्मत मतपेटी में बंद हो गई। इस चुनाव में कांग्रेस नेता सीपी जोशी और पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी के बेटे रुचिर मोदी के बीच सीधा मुकाबला रहा । 33 मतदाताओं में से भरतपुर को छोडक़र सभी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। भरतपुर जिला संघ को लेकर विवाद के कारण उसके मतदान में देरी हो रही है।
भाजपा के हर्षवर्धन सिंह ने लिया नाम वापस
आरसीए अध्यक्ष पद के लिए मुख्य मुकाबला कांग्रेस के डॉ. सीपी जोशी एवं रूचिर मोदी के बीच रहा। भाजपा सांसद हर्षवर्धन सिंह ने रूचिर के समर्थन में अध्यक्ष पद के लिए रविवार को अपना नाम वापस ले लिया था। अध्यक्ष पद के दावेदार डॉ. जोशी एवं मोदी का मत नहीं है। न्यायालय की देख रेख में ही परिणाम निकलेंगे। इस चुनाव में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, सयुक्त सचिव एवं कोषाध्यक्ष पद के लिए कुल 25 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है।
बिना मतगणना के चुनाव के लिए राजी हुए दोनो पक्ष
चुनाव प्रक्रिया में मतदान से पहले अचानक तब फेरबदल हुआ जब चुनाव पर्यवेक्षक की मौजूदगी में दोनों गुट इस बात पर राजी हो गए कि मतदान के बाद मतगणना भी नहीं होगी। जबकि पूर्व में हाईकोर्ट ने कहा था कि मतगणना हो सकती है, लेकिन चुनाव परिणाम सीलबंद रहेंगे। साथ ही भरतपुर क्रिकेट संघ को भी सोमवार को हाईकोर्ट ने राहत देते हुए कहा कि भरतपुर क्रिकेट संघ का मत सीलबंद नहीं रहेगा। मुख्य न्यायधीश प्रदीप नन्द्राजोग और न्यायधीश एसपी शर्मा की खण्डपीठ ने आरसीए की अपील पर यह आदेश दिए है। मतदान के लिए जोशी-मोदी गुट के समर्थक आरसीए कार्यालय पहुंचे।
दोनों गुटों ने किया अपनी-अपनी जीत का दावा
दोनों गुटों ने अपनी जीत का दावा किया। इसमें जोशी गुट का दावा था कि उनके पास कुल 33 जिला संघों में से 22 का समर्थन है। वहीं सभी की निगाहें आमीन पठान पर भी है। हालांकि उन्हें ललित मोदी का धुर विरोधी माना जाता है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में उनके सुर मोदी के खिलाफ नरम पड़े हुए हैं।