राजस्थान: उपचुनावों में होगी बीजेपी-कांग्रेस की अग्निपरीक्षा

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राजस्थान में उपचुनावों इसी महीने में होने जा रहे हैं। इन दौरान भारतीय जनता पार्टी और विपक्ष में कांग्रेस पार्टी दोनों ही पूरी तैयारियों के साथ चुनावी प्रचार में जुट गई हैं। इन उपचुनावों में एक तरफ विकास के रथ पर सवार वसुन्धरा सरकार अपनी प्रतिष्ठा को कायम रखने में लगी हुई हैं। वहीं दूसरी ओर, राजस्थान में आंतरिक कलह का शिकार कांग्रेस राजस्थान में अपनी खोई साख वापस लाना चाहती है। इसी साल होने वाले विधानसभा चुनावों भी होने हैं। ऐसे में उपचुनाव दोनों पार्टियों के बीच सेमीफाइनल मैच जैसा होगा। राजस्थान उपचुनावों में बीजेपी हो या कांग्रेस, दोनों पार्टियों के लिए एक अग्निपरीक्षा जैसा माहौल बनेगा।

जैसाकि पहले भी बताया गया है, राजस्थान उपचुनाव आगामी विधानसभा चुनावों के लिए एक सेमीफाइनल है। एक तरफ मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में भाजपा सरकार है जिन्होंने पिछले चार सालों में जमकर विकास कार्य कराए हैं। दूसरी ओर कांग्रेस है जो अधिकांश विकास कार्यों को स्वयं का बताकर राजस्थान की जनता की सोच बदलने का प्रयास कर रही है। फिर बात चाहें बाड़मेर रिफाइनरी की हो या फिर किशनगढ़ एयरपोर्ट की। इन उपचुनावों को जीत कांग्रेस फिर से राजस्थान में अपनी धाक कायम रखा चाह रही है। Rajasthan by-elections

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इसके विपरीत, आगामी विधानसभा चुनावों में इन उपचुनावों की बड़ी अहमियत रहेगी। जो भी पार्टी इन उपचुनावों में जीत दर्ज करेगी, निश्चित रूप से उसका मनोवैज्ञानिक दवाब आगामी विधानसभा चुनावों में रहेगा। इस समय विधानसभा में भाजपा के 162 विधायक मौजूद हैं। लोकसभा में 23 सदस्य भाजपा पार्टी के हैं। ऐसे में उपचुनाव के जरिए कांग्रेस लोकसभा में एंट्री लेने की पूरजोर कोशिश में लगी हुई है। rajasthan by-elections

rajasthan by-elections उपचुनावों में अजमेर—अलवर लोकसभा सीटों पर दोनों पार्टियों में कड़ी टक्कर है। वहीं मांडलगढ़ इकलौती विधानसभा सीट है जिस पर जीत दर्ज कर कांग्रेस प्रतिपक्ष पर दवाब बढ़ाने का प्रसास करेगी। वहीं बीजेपी की कोशिश यहां जीत दर्ज कर विपक्ष को पीछे खदड़ने की होगी। Rajasthan by-elections

खैर परिणाम जो भी हो, यह तो निश्चित है कि उपचुनावों का जो भी परिणाम हो, आगामी विधानसभा चुनावों पर इसका असर पड़ना लाज़मी है। एक मनोवैज्ञानिक बढ़त लेने के लिए दोनों ​पार्टियों को यहां जद्दोजहत लगानी होगी, जिसमें दोनों की पार्टियां लगी हुई हैं। आपको बता दें कि उपचुनाव 29 जनवरी को होने है, जबकि एक फरवरी को उपचुनावों का परिणाम आएगा। इसी दौरान पता चल सकेगा कि उपचुनावों में जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगा। Rajasthan by-elections

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