राजस्थान : दूसरे दिन भी 108, 104 और बेस एम्बुलेंस की हड़ताल जारी, स्कूटर और ऑटो से अस्पताल पहुंचे मरीज

    0
    616

    जयपुर। विभिन्न मांगों को 108, 104 और बेस एम्बुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल दूसरे दिन शुक्रवार को भी जारी है। हड़ताल के कारण सुबह प्रदेशभर के दूसरे दिन 108 एम्बुलेंस कर्मचारी विभिन्न मांगों को लेकर अमर जवान ज्योति सर्किल पर धरने पर बैठे। धरना दे रहे कर्मचारियों को हटाने के लिए पुलिस भी पहुंची। जानकारी के अनुसार इस दौरान पुलिस ने कई एम्बुलेंस कर्मचारियों को गिरफ्तार भी किया।

    मरीजों को स्कूटर और ऑटो से लेकर पहुंचे अस्पताल
    जयपुर में एसएमएस के ट्रोमा सहित जयपुरिया, सेटेलाइट, कांवटिया सहित अन्य अस्पतालों में एक्सीडेंट और अन्य मरीजों को लोग स्कूटर, कारों और ऑटो में लेकर पहुंचे। सरकार ने हड़ताल पर गए कर्मचारियों को वार्ता के लिए बुलाया था, लेकिन बात नहीं बनी। अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने अब शुक्रवार को फिर आंदोलनकारियों को वार्ता के लिए बुलाया है। दोनों पक्षों में सचिवालय में वार्ता हो रही है। वहीं भादरा विधायक विधायक बलवान पूनिया ने इस हड़ताल को अपना समर्थन दिया है। पूनिया विधानसभा के बाहर एंबुलेंस कर्मियों के धरने पर पहुंचे तथा उनके साथ धरने पर बैठ गए। वही एम्बुलेंस को हटाने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है।

    हड़ताल पर हाईकोर्ट शख्त
    हड़ताल पर हाईकोर्ट गंभीर है। हाईकोर्ट ने एएसीएस रोहित कुमार सिंह व यूनियन नेता को हाईकोर्ट में तलब किया है। हाईकोर्ट ने एचसीबार एसोसिएशन की जनहित याचिका पर सीजे इंद्रजीत महांति की खण्डपीठ ने ये आदेश दिए।

    नई निविदा में कर्मचा​रियों के लिए कुछ नहीं दिया
    राजस्थान एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि एंबुलेंस सेवा के संचालन के लिए निकाली गई नई निविदा में कर्मचारियों के लिए कुछ भी नहीं दिया गया है। इस कारण प्रदेश के सभी एंबुलेंस कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। कर्मचारी अपनी नौकरी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी वर्ष 2010 में कांग्रेस सरकार के समय एंबुलेंस संचालन के लिए निकाली गई नई निविदा में कर्मचारियों के लिए कुछ भी नहीं लिखा होने के कारण प्रदेश में 840 एंबुलेंस कर्मचारियों की नौकरी चली गई थी। ऐसे में कर्मचारियों में भय व्याप्त है।

    RESPONSES

    Please enter your comment!
    Please enter your name here