जयपुर। प्रदेश के नागौर जिले नागौर के नावां के नमक कारोबारी एवं हिस्ट्रीशीटर जयपाल पूनिया मर्डर केस में पुलिस ने नावां विधायक एवं राज्य सरकार के मुख्य उप सचेतक महेन्द्र चौधरी के भाई मोती सिंह चौधरी समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हालांकि गिरफ्तारी के बाद भी अभी तक गतिरोध दूर नहीं हो पाया है। जयपाल के शव का पांचवें दिन भी पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है। मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए सीआईडी सीबी के डीआईजी राहुल प्रकाश के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया जायेगा। नागौर सांसद एवं आरएलपी चीफ हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि आंदोलन को समाप्त नहीं किया जा रहा है केवल स्थगित किया जा रहा है।
उच्च स्तरीय जांच के लिए एसआईटी का गठन
जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए सीआईडी सीबी के डीआईजी राहुल प्रकाश के नेतृत्व में एसआईटी के गठन करने और 5 आरोपियों को गिरफ्तार करने की जानकारी दीं उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस ने मंगलवार रात को नावां निवासी मोती सिंह चौधरी (62), फिरोज कायमखानी (42), हारून कायमखानी (40) निवासी नावां समेत हरियाणा के नांगल चौधरी के कुलदीप सिंह (48) और मथानिया के हनुमान माली (50) को गिरफ्तार किया गया है।
सांसद बेनीवाल और बीजेपी नेताओं की पुलिस कमिश्नर के वार्ता
इस मामले को लेकर मंगलवार को नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने लंबे-चौड़े काफिले के साथ नावां सिटी से जयपुर के लिये कूच किया था। लेकिन बेनीवाल के काफिले को बीच रास्ते में ही रोक लिया गया। बाद में जयपुर के बगरू के पास महला में जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव, एडिशनल कमिश्नर अजयपाल लांबा और जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक सहित बड़े पुलिस अधिकारी उनसे वार्ता करने पहुंचे। वहां जयपाल पूनिया के परिजनों के प्रतिनिधि, सांसद बेनीवाल, आरएलपी तथा बीजेपी के नेताओं और पुलिस कमिश्नर के बीच वार्ता हुई। वहीं डीजीपी से फोन पर समझौता वार्ता हुई।