सिविल लाइंस में टिकट दावेदारी को लेकर कांग्रेस सभा में फिर उठा बवाल, दावेदार धरने पर बैठा

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राजस्थान विधानसभा चुनाव-2018 को लेकर प्रदेश कांग्रेस ने भले ही अपनी तैयारियां तेज कर दी हों, लेकिन प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट का चलाया मेरा बूथ मेरा गौरव सम्मेलन लगातार नेताओं की आपसी खींचतान की भेंट चढ़ता जा रहा है। टिकट को देकर जताई जा रही दावेदारी और शक्ति प्रदर्शन से यह सम्मेलन केवल आपसी गुटबाजी और हंसी का प्रदर्शन साबित हो रहा है। Mera Booth Mera Gaurav

हाल ही में जयपुर के किशनपोल में टिकट की दावेदारी को लेकर ज्योति खंडेलवाल और पूर्व सांसद अश्क अली टाक आपस में उलझ गए थे। रविवार को सिविल लाइंस में टिकट दावेदारी को लेकर कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास और पीसीसी सदस्य विजय शंकर तिवाड़ी के ​बीच गुटबाजी नजर आयी। यहां तक की खाचरियावास के समर्थकों ने तिवाड़ी और बाकी समर्थकों को सम्मेलन में आने नहीं दिया और इसके बाद तिवाड़ी अपने समर्थकों के साथ सम्मेलन स्थल के बाहर धरने पर बैठ गए।

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हुआ कुछ यूं कि अजमेर रोड स्थित एक विवाह स्थल पर आयोजित मेरा बूथ मेरा गौरव सम्मेलन में विजय शंकर तिवाड़ी अपने समर्थकों की भीड़ के साथ सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे थे। सभी समर्थकों ने विजय शंकर के नाम की टी—शर्ट पहन रखी थी। ऐसे में कार्यक्रम स्थल के बाहर खाचरियावास के कार्यकर्ताओं ने तिवाड़ी समर्थकों को अंदर घुसने से रोक दिया। उसके बाद तिवाड़ी अपने कार्यकर्ताओं के साथ खुद स्थल के बाहर धरने पर बैठ गए और जमकर खाचरियावास के खिलाफ नारेबाजी की। ताजिब की बात यह है कि बाहर नारेबाजी होती रही और अंदर सम्मेलन चलता रहा।  Mera Booth Mera Gaurav

असल में तिवाड़ी सिविल लाइंस से आगामी विधानसभा चुनावों में विधायक की दावेदारी पेश कर रहे हैं। दूसरे ओर पूर्व विधायक होने के नाते खुद खाचरियावास यहां से टिकट के प्रबल दावेदार हैं। तिवाड़ी ने खाचरियावास समर्थकों पर सम्मेलन में नहीं आने देने का आरोप लगाया जबकि खाचरियावास का कहना है कि तिवाड़ी उन समर्थकों को लेकर अंदर आना चाह रहे थे जिन्हें कांग्रेस से निष्कासित किया जा चुका है।  Mera Booth Mera Gaurav

अब यह आरोप-प्रत्यारोप हों या फिर आपसी गुटबाजी, लेकिन प्रेश कांग्रेस की टीम एक साथ काम नहीं कर पा रही है। खुद बड़े नेता इन सब को अपने नियंत्रण में नहीं कर पा रहे। सचिन पायलट बार—बार सभी जिलों का दौरा कर समर्थकों व कार्यकर्ताओं में एकजुटता का मंत्र फूंक रहे हैं लेकिन स्थानीय नेताओं की आपसी खींचतान विवाद शांत होने के बजाए बढ़ती जा रही है।  Mera Booth Mera Gaurav

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