जयपुर। अशोक गहलोत की सरकार प्रदेश में अपने काम की बजाय अपने कारमानों को लेकर सुर्खियों में बनी रहती है। इन दिनों अशोक गहलोत कैबिनेट में नंबर 2 की हैसियत रखने वाले शांति धारीवाल विवादों से घिरे हुए हैं। रेप को मर्दों से जोड़कर विवादित बयान देने वाले यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल अब कामकाज की शैली को लेकर साथी मंत्रियों के निशाने पर आ गए हैं।
धारीवाल को लेकर विवाद
शनिवार को हुई कैबिनेट की बैठक में सीएम गहलोत की मौजूदगी में धारीवाल पर पक्षपात करने और पिक एंड चूज के आधार पर अतिक्रमण तोड़ने के नाम पर कार्रवाई करने के आरोप लगे। तीनों मंत्रियों ने बैठक में आरोप लगाए तो धारीवाल भी उलझ गए। कैबिनेट की बैठक में धारीवाल को लेकर खूब विवाद हुआ।
कई मंत्री और विधायकों ने लगाए आरोप
इस दौरान कृषि मंत्री लालचंद कटारिया और खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने धारीवाल पर पक्षपात का आरोप लगाया। स्वास्थ्य मंत्री परसादीलाल मीणा ने भी सवाल उठाए। विवाद की शुरुआत तब हुई जब बैठक में प्रदेश में 31 दिसंबर 2018 तक की कृषि भूमि से अकृषि में परिवर्तन कर नियमन करने का एजेंडा आया। मंत्री प्रतापसिंह और लालचंद कटारिया ने इसका विरोध किया।