जयपुर। राजस्थान में इन दिनों अशोक गहलोत के जलदाय मंत्री महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला गर्माया हुआ हे। रोहित जोशी के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए दिल्ली में एफआईआर दर्ज करवाने वाली पीड़िता का आरोप है कि जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों ने जोशी के दबाव में उसकी एफआईआर दर्ज नहीं की। मंत्री महेश जोशी झूठ बोल रहे हैं कि उन्हें कुछ पता नहीं है, जबकि वह मामले से पूरी तरह वाकिफ थे।
जयपुर पुलिस ने नहीं लिखी एफआईआर
पीड़िता ने एक अखबार से बातचीत के दौरान कहा कि तीन महीने पहले मैं जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों से मिली। उन्हें मेरे साथ हुए अन्याय के बारे में बताया और एफआईआर दर्ज करने की गुहार लगाई, लेकिन शिकायत दर्ज करने की बजाय अधिकारी मुझे चक्कर लगवाते रहे। जब मुझे लगा कि पुलिस पर दबाव है, तो दिल्ली जाकर एफआईआर दर्ज करवानी पड़ी।
झूठ बोल रहे हैं मंत्री जोशी
पीड़ता ने आगे कहा कि मैं पहली लड़की नहीं हूं, जिसके साथ रोहित ने ऐसा किया। महेश जोशी को बेटे की करतूतों के बारे में सब पता है। वह जान-बूझकर अनजान बन रहे हैं। संस्कारी बताकर वह बेटे को बचा नहीं सकते। महेश जोशी ने तो दो टीवी चैनलों में मेरी नौकरी लगवाने तक की सिफारिश की थी।
मैं रोहित का पहला शिकार नहीं
पीड़िता ने कहा कि वह पहली लड़की नहीं है, जिसके साथ रोहित ने ऐसा किया। महेश जोशी को बेटे की करतूतों के बारे में सब पता है। वह जान-बूझकर अनजान बन रहे हैं। संस्कारी बताकर वह बेटे को बचा नहीं सकते। महेश जोशी ने तो दो टीवी चैनलों में मेरी नौकरी लगवाने तक की सिफारिश की थी।