शिलान्यास के बाद कांग्रेस किशनगढ़ एयरपोर्ट को भूली, भाजपा ने किया सपना साकार
कांग्रेस ने अपने पिछले कार्यकाल में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के हाथों किशनगढ़ एयरपोर्ट का शिलान्यास तो करवा दिया लेकिन उसके आगे कुछ भी नहीं हो सका। चुनाव के बाद पार्टी के हाथों से सत्ता जाने के बाद इस प्रोजेक्ट पर उनका ध्यान हट ही गया था। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान सरकार में आने के बाद इस प्रोजेक्ट को आगे ही नहीं बढ़ाया गया है, बल्कि आज उनका लोकार्पण भी किया जा रहा है। Kishangarh Airport
किशनगढ़ एयरपोर्ट का उद्घाटन मुख्यमंत्री वसुन्धरा सरकार के हाथों होना है। इस दौरान नागर विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा, भारत सरकार भी यहां उपस्थित होंगे। प्रोजेक्ट की लागत 145 करोड़ रूपए आई है। 745 एकड़ क्षेत्रफल में एयरपोर्ट फैला हुआ है। रन—वे 2 किमी जबकि टर्मिनल 34 हजार वर्ग फीट में फैला है। Kishangarh Airport
भूमि अधिग्रहण राज्य सरकार, एयरपोर्ट निर्माण भारत सरकार ने किया
किशनगढ़ एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण का काम राज्य सरकार और एयरपोर्ट निर्माण का काम भारत सरकार के द्वारा किया गया है। इस एयरपोर्ट के बनने से सीधे अजमेर से दिल्ली और दिल्ली से सीधे अजमेर का हवाई सफर आसान और सुलभ हो जाएगा। इससे पहले दिल्ली जाने के लिए पहले जयपुर से होकर जाना पड़ता था। जूम एयर का एसी बंबार डायर सीआजी200 यहां से पहली उड़ान भरेगा। 50 सीटर वाला यह विमान 25 मिनट में उदयपुर, 45 मिनट में दिल्ली और पौने दो घंटे में मुंबई पहुंच जाएगा। Kishangarh Airport
दिल्ली—किशनगढ़—दिल्ली के लिए रोजाना एक फ्लाइट
आपको याद दिला दें कि 13 सितम्बर, 2013 को तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने सुमेर क्लब के मैदान से रिमोट बटन दबाकर किशनगढ़ हवाईअड्डे का शिलान्यास किया था। लेकिन इसके बाद कांग्रेस चुनावी हलचल में ऐसी डूबी कि किशनगढ़ एयरपोर्ट प्रोजेक्ट साकार होना तो दूर शिलान्यास से आगे ही नहीं बढ़ सका। किशनगढ़ एयरपोर्ट निर्माण के लिए 186 करोड़ की राशि स्वीकृत हुई है जिसमें से अब तक 135 करोड़ रूपए खर्च हो चुके हैं। यहां से दिल्ली, उदयपुर व मुंबई के लिए सीधी उड़ान प्रस्तावित हैं। फिलहाल दिल्ली हवाई अड्डे से हर रोज़ सुबह 6 बजे एक फ्लाइट किशनगढ़ के लिए रवाना होगी जो 7:15 मिनट पर किशनगढ़ हवाई अड्डे पहुंचेगी। Kishangarh Airport