जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृहनगर जोधपुर में ईद पर हुई हिंसा के मामले में अब तक कुल 11 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें तीन केस जोधपुर ईस्ट में और आठ केस जोधपुर कमिश्नरेट वेस्ट में दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में से 5 केस पब्लिक की ओर से दर्ज करवाए गए हैं जबकि तीन मामले जो शुरुआती तौर दर्ज किये गये थे। वे पुलिस की ओर से दर्ज करवाए गए थे। शहर में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिये पुलिस दल लगातार गश्त कर रहे हैं. दंगा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू (Curfew) लागू है।
गली-गली में हो रही है पुलिस की गश्त
दूसरी तरफ शहर में कानून व्यवस्था बनाये रखने और कर्फ्यू की पालना करवाने के लिये सुबह घंटाघर से पुलिस का काफिला रवाना हुआ। उसमें डीसीपी सहित हाड़ी रानी बटालियन मोटर बाइक राइडर्स, आरएसी जवान के साथ-साथ सिगमा और पुलिस वाहन शामिल रहे। ये सभी शहर के अलग-अलग हिस्सों में गश्ती दल के रूप में विजिट कर रहे हैं। पुलिस के गश्ती और बाइक राइडर तंग गलियों में घूम-घूमकर लोगों के घरों में ही रहने की अपील कर रहे हैं।
कर्फ्यू को लेकर पुलिस हुई सख्त
कर्फ्यू को लेकर पुलिस की सख्ती देखने को मिल रही है। स्कूलों में परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को प्रवेश-पत्र के साथ एक अभिभावक के आने जाने की छूट दी गई है। पुलिस आने जाने वाले सभी वाहनों के नंबर चेक कर रही है उनको नोट भी कर रही है। फिलहाल शहर में शांति का माहौल बना हुआ है। इन सभी को पुलिस वाहन में कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया गया।
दंगों का ऐसा डर बच्चे एग्जाम देने भी नहीं पहुंचे
जोधपुर शहर में अब माहौल शांत हो चुका है। लेकिन, इन दंगों और दहशत का डर अब लोगों के जहन में बैठ चुका है। बुधवार को सुबह मामला शांत था। इसके बाद भी कई बच्चे स्कूल में एग्जाम देने नहीं पहुंचे। पेरेंट्स ने उन्हें स्कूल भी नहीं भेजा। क्योंकि डर था कि कब-कैसे फिर दंगे भड़क जाए। दंगों के बाद जोधपुर शहर के 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया। यह स्कूल भी कर्फ्यू प्रभावित एरिया में है। बुधवार को 11वीं क्लास के 64 बच्चों का हिंदी का एग्जाम था। लेकिन, मंगलवार को हुए दंगों के बाद पेरेंट्स ने बच्चों को स्कूल भी नहीं भेजा। सुबह करीब 9 बजे तक 20 बच्चे ही एग्जाम देने आए।
गहलोत बोले, दंगे करवाना BJP-RSS का एजेंडा
जोधपुर हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी और आरएसएस पर बड़े आरोप लगाए हैं। गहलोत ने हिंसा के लिए बीजेपी-आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया है। गहलोत ने कहा कि यह बीजेपी और आरएसएस का एजेंडा है, चुनाव के 18 महीने बाकी हैं, इन्होंने अभी से राजस्थान को टारगेट बनाया है। इनके हाईकमान का लोगों को इशारा है। हम इन्हें रोक रहे हैं। इसी वजह से करौली, राजगढ़, जोधपुर में लोगों की मौतें नहीं हुई।