प्रदेश की राजधानी जयपुर में अब जल्दी ही एक मूक बधिर बच्चों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का विश्वविद्यालय बनाया जाएगा। राजस्थान सरकार इसके लिए इंटरनेशनल संस्थाओं से संपर्क कर रही है। सेठ आनंदी लाल पोद्दार मूक—बधिर स्कूल और एमएनआईटी परिसर में इसकी संभावना तलाशी जा रही है। यह घोषणा मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने बुधवार को एसएमएस मेडिकल कॉलेज के सुश्रुत सभागार में कॉकलियर इंप्लांट बच्चों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में की। यह कॉकलियर इंप्लांट चैकअप कैंप था। university for special students
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कार्यक्रम में मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री सहायता कोष योजना के तहत 25 करोड़ की राशि से 489 बच्चों के कॉकलियर इंप्लांट किया जा चुका है। इस मौके पर चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ के साथ कॉकलीयर इम्प्लांट के विशेषज्ञ के साथ करीब 180 परिवार मौजूद रहे जिन्होंने मुख्यमंत्री सहायता कोष से अपने बच्चों की कॉकलियर इंप्लांट सर्जरी कराई है।
जून तक पूरा होगा एसएमएस अंडरपास का काम
मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि एसएमएस अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए मल्टीस्टोरी कॉटेज वार्ड बनाने की प्लांनिंग चल रही है। साथ ही एसएमएस अस्पताल और ट्रोमा सेंटर को जोड़ने वाले अंडरपास को जून माह तक पूरा करने के निर्देश दिए। अंडरपास के चालू होते ही मरीजों और परिजनों को पार जाने में सुविधा प्राप्त हो सकेगी। university for special students
मूक बधिरों के लिए कारगर है कॉकलियर इंप्लांट
जन्म से सुनने व बोलने में असमर्थ बच्चों के लिए कॉकलियर इंप्लांट एक क्रांति, एक वरदान की तरह है। इस प्रक्रिया से न केवल बच्चों की सुनने की शक्ति वापिस आ सकती है, कुछ ही सालों में बच्चा सामान्य बच्चों की तरह व्यवहार करने में समर्थ हो सकता है। यहां तक की सामान्य बच्चों के साथ एक ही स्कूल में शिक्षा भी ग्रहण कर सकता है। कॉकलियर इंप्लांट से प्रदेश के 400 से ज्यादा बच्चे मूकबधिर बच्चे अब सामान्य जीवन जी रहे हैं। university for special students
अन्य राज्यों में कॉकलियर इंप्लांट का खर्चा करीब 8 लाख रूपए का है लेकिन एसएमएस अस्पताल में यह केवल 4.5 लाख रूपए है, जिसमें सर्जरी से लेकर दवाई तक का खर्चा शामिल है। मुख्यमंत्री सहायता कोष से जरूरतमंदों को कॉकलियर इंप्लांट के लिए सहायता पहुंचाई जा रही है। प्रदेश में कॉकलियर इंप्लांट की सुविधा जयपुर, जोधपुर, उदयपुर और बीकानेर में उपलब्ध है। जल्दी ही यह कोटा में भी शुरू की जाएगी। university for special students