घोड़े पर सवार होकर अपनी शादी का न्यौता देने निकली लड़की!

    0
    806
    beti bachao beti padhao
    ब्रिटेन से एमबीए कर चुकी हैं गार्गी

    हालिया वर्षों में इंटरनेट की लोगों के बीच अधिकाधिक पहुंच के बाद देखा गया है कि अगर आप लीक से ​हटकर कुछ करते हैं तो जल्द ही सुर्खियां बन सकते हैं। इंटरनेट ने आधुनिक सोशियल युग में एक क्रांति ला रखी है। इसी से संबंधित आज हम जिस लड़की के बारे में आपको बताने जा रहे हैं उसने देश के बाहर जाकर मैनेजमेंट में मास्टर्स डिग्री ली है। मैनेजमेंट में ​डिग्री कर लौटी राजस्थान के एक कस्बे की यह लड़की अब अपनी शादी की तैयारियों के बीच एक अनूठी पहल करती नज़र आ रही है। यह अनूठी पहल की वजह से वह देशभर में चारों ओर चर्चा का विषय बनीं हुई है। लड़की की पहल को देखकर उसे सराहना भी मिल रही है। आइये जानते हैं घोड़े पर सवार होकर निकली लड़की की क्या है पूरी और दिलचस्प कहानी… beti bachao beti padhao 

    ब्रिटेन से एमबीए कर लौटी गार्गी का ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के लिए अनूठा प्रयास

    हम सभी ने अभी तक दूल्हे को सेहरा बांधकर घोड़े पर चढ़ते हुए देखा है लेकिन राजस्थान के झुंझुनूं जिले में एक खास मकसद के लिए एक लड़की घोड़े पर चढ़कर अपनी शादी का न्यौता देने निकली है। झुंझुनूं जिले के चिड़ावा कस्बे की यह लड़की घोड़े पर सवार होकर अपने सभी रिश्तेदारों को शादी का न्यौता दे रही है। गार्गी अहलावत ने ब्रिटेन से एमबीए की डिग्री ली है।हाल ही में शादी के लिए वो अपने घर आई है। गार्गी सिर पर दूल्हे की तरह साफा बांधकर रथ पर सवार होकर अपने रिश्तेदारों को शादी का न्यौता दे रही है। आमतौर पर दूल्हा इस तरह से दुल्हन के रिश्तेदारों को न्यौता देने जाता है लेकिन गार्गी रथ पर सवार होकर सभी को न्यौता देने निकली है। beti bachao beti padhao 

    शादी के ज़रिए क्षेत्र के लोगों को संदेश देने के मक़सद से घोड़े पर सवार होकर निकली गार्गी beti bachao beti padhao 

    सिर पर साफ़ा बांधे गार्गी अहलावत ज़िले के अलग-अलग इलाक़ों में जा रही है। राजस्‍थान में आमतौर बिंदौरी परंपरा के तहत शादी से पहले कुछ रस्‍मों को पूरा किया जाता है। आमतौर पर इस रस्‍म के तहत दूल्‍हा साफा बांधकर घोड़े के रथ पर दुल्‍हन के घर तक जाता है। इसका मकसद दुल्‍हन के रिश्तेदारों को शादी में आमंत्रित करना होता है। जबकि इसके उलट ब्रिटेन से एमबीए डिग्री कर चुकी एक दुल्‍हन जब चिरावा कस्‍बे में साफा बांध घोड़े पर बैठकर रस्‍म पूरा करने के लिए निकली तो लोग आश्‍चर्यचकित होकर देखते रह गए। गार्गी पिछले तीन दिनों से झुंझुनूं जिले के विभिन्‍न क्षेत्रों में इसी तरह से घूम रही हैं। दरअसल, गार्गी इसके जरिये लोगों की मानसिकता में यह बदलाव लाना चाहती हैं कि लड़का और लड़की में एकसमान होते हैं।

    झुंझुनूं सांसद संतोष अहलावत की बेटी है गार्गी beti bachao beti padhao 

    बता दें, गार्गी अहलावत झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र की सांसद संतोष अहलावत की बेटी हैं। गार्गी की इस मुहिम की लोग जमकर सराहना कर रहे हैं। इस पर गार्गी का कहना है कि ग्रामीण और कस्‍बाई लोग अखबारों और टीवी विज्ञापनों की तुलना में इस तरह के कामों से ज्‍यादा प्रभावित होते हैं। गार्गी की मां सांसद संतोष अहलावत ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान से जुड़ी हुई है। इसलिए उन्होंने अपनी बेटी की शादी के साथ-साथ समाज को संदेश देने के लिए यह बड़ा कदम उठाया है। सांसद और बेटी गार्गी के इस अनूठे प्रयास से उनका परिवार बहुत खुश है। साथ ही समाज के लोगों को भी बेटा-बेटी एक समान का मैसेज मिल रहा है।

    RESPONSES

    Please enter your comment!
    Please enter your name here