जयपुर। राजस्थान में लगातार बढ़ रहे अपराधिक मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे है। प्रदेश से रोजाना रेप, गैंगरेप और हत्या की खबरें सामने आ रही है। इन घटनाओं को देखकर ऐसा लगा रहा है कि प्रदेश अपराधियों का अड्डा बन गया है। प्रदेश की राजधानी जयपुर में चलती कार में महिला के साथ गैंगरेप किया गया। इसका वीडियो उत्तर प्रदेश में वायरल हो रहा है। जांच करने पुलिस का पता चला कि यह वीडियो जयपुर का है। इसके बाद पुलिस ने पीड़िता को जयपुर बुलाकर मुकदमा दर्जकर 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
वीडियो में महिला से दुष्कर्म और मारपीट
यह घटना करीब 6 माह पहले की बताई जा रही है। जिसमे तीन कारों में महिला से दुष्कर्म और मारपीट की बात सामने आई है। वीडियो में एक महिला और पुरुष के साथ अन्य व्यक्तियों की आवाज आ रही थी। साथ ही एक व्यक्ति महिला की पिटाई भी कर रहा था। पुलिस को आवाज जयपुर क्षेत्र के लोगों से मिलती-जुलती लगी। घटना को गंभीरता से लिया गया और पुलिस ने शहर के चारों जिलों की थानों की टीमों को इस वीडियो में दिखाई दे रहे लोगों की पहचान के लिए लगाया। पीड़िता की पहचान यूपी निवासी महिला के रूप में हुई। पुलिस ने पीड़िता को जयपुर बुलाकर मानसरोवर थाने में मुकदमा दर्ज किया।
796 पीड़िताओं की थाने और SP ऑफिस में भी नहीं हुई सुनवाई
एक रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान में 30 हजार से ज्यादा पीड़ितों को 15 करोड़ रुपए (प्रति केस पांच हजार) खर्च कर कोर्ट से मामले दर्ज कराने पड़े। दुष्कर्म पीड़िताओं के 5310 मुकदमों में 15 प्रतिशत यानी 796 मामले भी 39 लाख खर्च से कोर्ट से ही दर्ज हुए। क्राइम ब्रांच से मिले 2020 के आंकड़ों के जरिए इसका खुलासा हुआ हैं। हाईकोर्ट के वकील अभिषेक पारासर के अनुसार इस्तगासे से मुकदमे की प्रकिया आम आदमी नहीं जानता, जिसके लिए वकील करीब पांच हजार रुपए शुल्क लेते हैं। एडीजी क्राइम रविप्रकाश मेहरड़ा का कहना है कि कुछ लोग थाने आने के बजाए काेर्ट का ही विकल्प चुनते हैं।