जयपुर। प्रदेश में बेरोजगारों ने अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राजस्थान के 4 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव में कांग्रेस को हराने के लिए युवाओं ने ‘नौकरी नहीं तो वोट नहीं’ अभियान सोशल मीडिया पर शुरू कर दिया। राजसमंद, जहां उपचुनाव होने हैं। वहां युवाओं ने प्रदर्शन भी किया। जल्द ही युवा सभी चारों उपचुनाव वाली विधानसभा क्षेत्रों में भी सरकार के खिलाफ इसी तरह का अभियान चलाएंगे। दरअसल, बुधवार को मंत्रिमंडलीय समिति ने बेरोजगार की मांगों पर निरस्तारण नहीं हुआ था।
लंबित पड़ी भर्तियों पर नियुक्ति देने के लिए आंदोलन
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा- हम लोग पिछले लंबे समय से लंबित पड़ी भर्तियों पर नियुक्ति देने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन, मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में हमारी 16 सूत्री मांगों पर सिवाए आश्वासन के कुछ लिखित में नहीं मिला। इसके अलावा स्कूल व्याख्याता 2018 के चयनित अभ्यर्थी पिछले कई दिनों से राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन (RPSC) के बाहर धरने पर बैठे हैं। उनकी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। सरकार के इस रुख को देखते हुए राजसमंद जिले से गहलोत सरकार के खिलाफ ये अभियान शुरू किया है।
घर-घर जाकर कांग्रेस को वोट नहीं देने की अपील
यादव ने बताया कि इस अभियान की शुरुआत राजसमन्द विधानसभा क्षेत्र से की। यहां के युवा बेरोजगारों ने कांग्रेस प्रत्याशी को वोट नहीं देने के लिए घर-घर जाकर मतदाओं से अपील करना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को उदयपुर की वल्लभनगर सीट और उसके बाद भीलवाड़ा और फिर चूरू की सुजानगढ़ सीट पर भी इसी तरह का अभियान चलाएंगे।