धौलपुर में कांग्रेस की करारी हार के बाद अब सभी दिग्गज नेताओं की भड़ास सामने आ रही है। इस हार ने पार्टी के भीतर तक घमासान मचा दिया है। अब आला नेताओं के बिगड़े बोल सामने आ रहे है तो कोई हार के कारण गिनाने में व्यस्त है। जहां पहले पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने हार का कारण सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग बताया था तो वही राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि धौलपुर में हार का कारण पार्टी के बड़े नेताओं में ओवर कॉन्फिडेंस था। buybtc.in rajpalace.com
पार्टी को गलतफहमी छोड़ देनी चाहिए: पूर्वमुख्यमंत्री गहलोत
धौलपुर हार के बाद कांग्रेस के रसूख में गिरावट आई है। जहां पीसीसी चीफ पायलट ने खुद की हार को भाजपा से मत्थे मंड़ दिया तो वहीं गहलोत ने यहां तक कह दिया कि पार्टी को गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए कि प्रदेश में एक बार कांग्रेस तो एक बार भाजपा। गहलोत के कहने का मतलब यह था कि यह आवश्यक नही कि हर बार प्रदेश में एक बार कांग्रेस एक बार भाजपा आए। इस बार भाजपा और मुख्यमंत्री राजे के बारे में पार्टी के आलाकमान को गलतफहमी में नही रहना चाहिए।
आखिर चूक कहां हुई, पार्टी करें विश्लेषण
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पार्टी की धौलपुर हार सभी को स्वीकार करनी चाहिए और आने वाले चुनाव को देखते हुए विश्लेषण करना चाहिए कि आखिर चूक कहां पर हुई है, ताकि आगामी चुनावों में चूक न हो। गहलोत ने कहा कि कांग्रेस को धौलपुर जीतना चाहिए था, प्रदेश में ऐसी हवा भी थी, लेकिन कांग्रेस के ओवर कॉन्फिडेंस ने चुनाव हरवा दिया। कुछ गलत फैसले भी हुए। प्रदेश कांग्रेस कमेटी को चाहिए कि वह उप चुनाव में हुई हार का विश्लेषण करवाए।