नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस के घटनाक्रम ने राजस्थान में बड़े नेता सक्रिय हो गए है। दोनों राज्यों के राजनीतिक हालात में अंतर होने के बावजूद राजस्थान में भी फेज में बदलावों की सियासी सुगबुगाहट शुरू हो गई है। इस बीच कांग्रेस सरकार को सत्ता विरोधी लहर का डर सताने लगा है। सत्ता विरोधी लहर से निपटने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इससे उभरने का प्लान तैयार किया है। गहलोत अब पूरी तरह ठीक होते ही फील्ड में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। खबरों के अनुसार, इसके लिए कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है।
पश्चिमी राजस्थान से शुरू करेंगे दौरा:—
बताया जा रहा है कि सीएम गहलोत पश्चिमी राजस्थान से अपने दौरों की शुरुआत कर सकते हैं। गृह जिले जोधपुर के अलावा बीकानेर, नागौर, जालोर, सिरोही जिलों में भी सीएम के बड़े स्तर पर दौरे करने के कार्यक्रम बनाने पर विचार किया जा रहा है। गहलोत ने पिछले 18 महीने से उपचुनावों को छोड़ कोई सियासी दौरा नहीं किया। गहलोत के प्रदेश दौरे का कार्यक्रम बनाने पर मंथन चल रहा है।
दिसंबर में होंगे तीन साल पूरे:—
दिसंबर में सरकार के तीन साल पूरे हो रहे हैं, ऐसे में तीन साल के कार्यक्रमों में जगह-जगह जाकर शिलान्यास उद्घाटन करने पर भी विचार चल रहा है। गहलोत के रणनीतिकार सरकार के तीन साल पूरे होने पर बड़े स्तर पर दौरों की तैयारी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि गहलोत के दौरों का प्लान कोरोना पर निर्भर करेगा। राजस्थान में पिछले लंबे समय से कोरोना कंट्रोल में है। वैक्सीनेशन भी सही रफ्तार से चल रहा है।