जयपुर। सरकार बदलने के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं की हालत बद से बदतर होती जा रही है। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की मॉनिटरिंग में लापरवाही के चलते राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के कई जिले डेंगू की चपेट में है । विभाग की ओर से डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों की रोकथाम के लाख दावे किए जा रहे हैं, लेकिन मरीजों की बढ़ती संख्या और अस्पतालों में पड़ रही भीड़ हकीकत को बयां कर रही हैं। इसके बावजूद अधिकारी फील्ड में जाने की बजाय ऑफिस में बैठकर ही नियंत्रण के दावे कर रहे हैं।
टूटा 18 सालों का रिकॉर्ड
प्रदेश में बेकाबू डेंगू ने पिछले 18 सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है। अब तक जयपुर, जोधपुर, अजमेर, बीकानेर, कोटा, अलवर, धौलपुर समेत 15 से ज्यादा जिलों में थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब तक एडीज एजिप्टाई मच्छर की जद में 11 हजार 700 लोग आ चुके हैं। नवंबर में प्रदेश में 15 दिन में ही 7 हजार से ज्यादा केसेज मिले हैं। अकेले जयपुर में ही 2700 पॉजिटिव मिल चुके हैं।
बढ़ रहा मौत का आकड़ा
प्रदेश में डेंगू पॉजिटिव का आंकडा 6 हजार से अधिक पहुंच गया है। वहीं 8 लोगों की मौत हो चुकी है। इधर डेंगू पॉजिटिव के मामले में राजधानी जयपुर टॉप पर हैं। विभाग से मिले आंकड़ों की मानें तो डेंगू के चलते जयपुर जिले में एक जनवरी से 31 अक्टूबर तक 1692 मरीज पॉजिटिव पाए जा चुके हैं और चार लोगों की मौत हो चुकी है।
एक ही परिवार के 4 लोगों को डेंगू
जयपुर के विद्याधर नगर निवासी मां-बेटी, मानसरोवर में पति-पत्नी व सांगानेर के एक ही परिवार के चार जनों को डेंगू मच्छर ने चपेट में लिया। इसी तरह से पांच्यावाला के एक ही परिवार के दो भाई और एक बहिन को जांच में डेंगू पॉजिटिव पाया गया है। इसी तरह से वैशाली नगर, हरमाड़ा और राजापार्क में ऐसे मामले सामने आए है।
जिम्मेदारों को नहीं परवाह
करीब एक महीने पहले तक झमाझम बारिश का दौर थमने के बाद भी जिम्मेदार विभागों को कोई परवाह नहीं हैं। नजर निगम द्वारा समय पर फोगिंग नहीं होने के कारण मच्छरों की तादात बढ़ रही है।शहर में जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर ने मच्छरों को पनपने का मौका दे दिया है। वहीं चिकित्सा विभाग भी एंटी लार्वा जैसी गतिविधियां करने के बजाय अपनी जिम्मेदारियों से बच रहा है।
सर्वे में 4 लाख बुखार के रोगी मिले : चिकित्सा मंत्री
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि सर्वे के दौरान 4 लाख बुखार के रोगी मिले हैं। अगस्त से लेकर अब तक टीम ने 6 लाख 10 हजार से अधिक क्षेत्रों, मोहल्लों का दौरा कर एक करोड़ 36 लाख घरों की जांच की है। करीबन 4 लाख कंटेनरों में लार्वा को मौके पर नष्ट करवाया है। प्रभावित क्षेत्रों में अधिकारियों को एंटीलार्वा गतिविधि के साथ निशुल्क दवा और जांच के निर्देश दिए हैं।