सरकार कराएगी निशुल्क हवाई यात्रा, रहने, खाने, भ्रमण की व्यवस्था का भी किया प्रबंध…
मानव जीवन में ज्ञान अर्जित करने के विभिन्न तरीके हैं, जैसे शिक्षण, अध्यन, काम, भक्ति इत्यादि। सभी धर्मों ने भक्ति मार्ग को इन सब माध्यमों में सबसे महत्वपूर्ण दर्जा दिया है। इस परम ज्ञान को प्राप्त करने के साथ-साथ पुण्य कमाने के उद्देश्य से यात्री, मुख्यतः वरिष्ठ नागरिक भिन्न तीर्थ स्थलों की यात्रा कर मन की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। परंतु कुछ बुजुर्गों को उम्र के इस पड़ाव पर किसी का सहारा नहीं मिलता। धन तथा संतान-सुख के अभाव में उनकी दुनिया के मशहूर तीर्थ स्थानों पर जाने की इच्छा अधूरी रह जाती है। ऐसे ही जरुरतमंद नागरिकों का सपना पूरा करने का जिम्मा लिया राजे सरकार ने।
आज तालियों की गड़गड़ाहट तथा उत्साह से खिले हुए चेहरों के बीच माननीय मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने जयपुर में ‘दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना’ का शुभारम्भ किया। इसके साथ ही राजस्थान भारत का पहला ऐसा राज्य बन गया जहाँ सरकार के माध्यम से हमारे आदरणीय बुजुर्गों को निशुल्क हवाई तीर्थयात्रा कराई जाएगी। यही नही, इस योजना के अन्तर्गत राजस्थान सरकार उनके निशुल्क तीर्थ स्थल भ्रमण के अलावा ठहरने तथा भोजन करने सहित अन्य व्यवस्थाएं का भी उचित प्रबंध करेगी। सरकार के माध्यम से राजस्थान के वरिष्ठ नागरिक जल्द ही चार धामों (अर्थात रामेश्वरम, पुरि, द्वारका तथा बद्रीनाथ) के अलावा समेतशिखर, तिरुपति, वैष्णोदेवी सहित 26 अन्य तीर्थस्थलों की हवाई यात्रा कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने माला पहनाकर जब वरिष्ठों को रवाना किया तो उनकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा…
श्रीमती राजे ने फूलों की माला पहना कर आज 33 यात्रियों के पहले दल को तमिलनाडु स्थित तिरूपति धाम के दर्शन के लिए जब रवाना किया तब उनके चेहरे खुशी से खिल उठे। यात्रियों ने मुख्यमंत्री राजे को आशीर्वाद देते हुए उनको इस यात्रा के लिए धन्यवाद कहा। उनमें से कइयों ने तो सपने में भी नहीं सोचा था कि कभी वे हवाई जहाज से तीर्थयात्रा करेंगे। उपरोक्त यात्रियों के दल में से 28 बुजुर्ग अपनी जीवन की प्रथम यात्रा करने जा रहे हैं।
पिछले साल राजस्थान सरकार ने तीर्थस्थलों के लिए चलाई थी विशेष रेलगाड़ियां…
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष राजे सरकार द्वारा 7 ‘तीर्थयात्रा ट्रेनों’ का भी उदघाटन किया गया था। राजस्थान से 4 ट्रेनें रामेश्वर, पुरी, तिरुपति तथा 3 ट्रेनें वैष्णोदेवी, उज्जैन तथा द्वारका के लिए चलाई गई थीं। इन ट्रेनों में बुजुर्गों की सुविधा का ध्यान रखने हेतु 28 सरकारी अधिकारियों ने उनके साथ यात्रा की थी। मुख्यमंत्री का मानना है कि इस योजना से बुजुर्गों को ख़ुशी मिली है। उनकी दुआओं तथा आशीर्वाद से ही राजस्थान आज तरक्की के पथ पर अग्रसर है।
कम समय में सुविधाजनक तरीके से बुजुर्ग कर सकेंगे यात्रा…
हवाई तीर्थयात्रा के शुरू होने से बुजुर्ग कम समय में सुदूर क्षेत्रों का भ्रमण सुविधाजनक तरीके से कर सकेंगे। इससे उनका हैप्पीनेस इंडेक्स बढ़ेगा। सरकार का मुख्य उद्देश्य है राजस्थान के नागरिकों को खुश करना क्योंकि उनकी ख़ुशी से प्रदेश की तरक्की को गति मिलेगी। यात्रियों को रवाना करने से पहले मुख्यमंत्री राजे ने सभी तीर्थ यात्रियों को प्रदेश की खुशाहाली एवं तरक्की के लिए तीर्थस्थल में प्रार्थना करने के लिए कहा।
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