जयपुर। राजस्थान में पिछले पिछले कुछ दिनों से रही घटनाओं को देखकर ऐसा लगा रहा है कि प्रदेश में कानून राज खत्म सा हो गया है। प्रदेश के कोने-कोने से रोजाना अपराधिक घटनाएं सामने आ रही है। राजस्थान में लगातार बढ़ रहे अपराध से भय और आक्रोश का माहौल बना हुआ है। प्रदेश के बाड़मेर जिले में बिना किसी मुकदमे के हिरासत में लिए गए एक दलित युवक की मौत का मामला सामने आया है। पुलिस कस्टडी में युवक की मौत की यह चार माह में दूसरी बड़ी घटना है। बाड़मेर पुलिस के लापरवाह रवैए को लेकर कई सवाल उठ रहे है। राज्य सरकार ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए है।
एसपी और डिप्टी एसपी एपीओ
इस घटना में पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी और उप अधीक्षक विजय सिंह चारण को एपीओ कर दिया गया है। वहीं युवक की मौत के तत्काल पश्चात पुलिस अधीक्षक ने थानाधिकारी को निलम्बित कर दिया था। साथ ही बाड़मेर ग्रामीण पुलिस थाने के पूरे स्टॉफ को लाइन हाजिर कर दिया था। दूसरी तरफ मृतक के परिजन आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तार करने सहित अन्य कुछ मांगों को लेकर शव नहीं उठाने पर अड़े हुए है। बाड़मेर जिला कलेक्टर अंशदीप धरना स्थल पर पहुंच परिजनों से समझाइश कर रहे है।
मृतक के परिजन की ये है मांग
उधर, युवक के परिजन तथा सैकड़ों लोग पिछले 22 घंटों से बाड़मेर राजकीय चिकित्सालय स्थित मोर्चरी के आगे प्रदर्शन कर रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक शव नहीं उठाया। मृतक के परिजन 1 करोड़ रुपए का मुआवजा और किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं।
वसुंधरा राजे ने जताई नाराजगी
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बाड़मेर ग्रामीण पुलिस थाने की हिरासत में दलित युवक की मृत्यु पर दुख जताया हैं। उन्होंने कहा कि लगता है कांग्रेस सरकार के कुशासन में अब पुलिस का ध्येय भी अपराधियों में विश्वास और आमजन में भय वाला हो गया है। चुनाव के समय ‘अब होगा न्याय’ के नारे लगाने वाली कांग्रेस सरकार जवाब दे कि क्या दलितों, गरीबों व वंचितों पर बर्बरता ही आपकी नजर में न्याय है? इस घटनाक्रम पर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन राजस्व मंत्री हरीश चौधरी सहित कई नेताओं ने भी सोशल मीडिया पर ट्वीट कर दुख जताया है एवं परिजनों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।
बिना किसी दर्ज केस के #Barmer ग्रामीण पुलिस थाने की हिरासत में दलित युवक की मृत्यु होना बेहद ही दुखद एवं गंभीर विषय है। पिछले 15 माह में #Rajasthan में लगातार बढ़ रही दलित उत्पीड़न की घटनाएं और राज्य सरकार की नाकामी राजस्थान की छवि को कलंकित कर रही है।#CrimeInRajasthan pic.twitter.com/wKwFUrTnfq
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) February 28, 2020
क्या है मामला
आपको बता दें कि बाड़मेर के हमीरपुरा निवासी 22 वर्षीय जीतू खटीक को बुधवार दोपहर को सदर थाना पुलिस ने चोरी के आरोप में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। गुरुवार सुबह उसकी तबीयत खराब हो गई। पुलिस ने उसे राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।