जयपुर। अरब सागर में उठा चक्रवात महा गुजरात की ओर मुड़ गया है। 21 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा तूफान तेजी से कमजोर होता जा रहा है। गुरुवार तक एक सामान्य तूफान के तौर परदीव तट पर जमीन से टकराने (लैंडफॉल) की आशंका है। चक्रवात महा के कमजोर होने से राजस्थान को भी राहत मिली है। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में कुछ स्थानों पर भारी बरसात और पश्चिमी हिस्से में बूंदाबांदी की संभावना है।
कई इलाकों में हुई हल्की बारिश
चक्रवात का असर मेवाड़ सहित राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में दिखाई दे रहा है। कई हिस्सों में बारिश का दौर चल पड़ा है। राजधानी जयपुर में भी आज गुरूवार को सुबह कई इलाकों में हल्की बारिश हुई। नरैना क्षेत्र में बिजली गर्जना के साथ बारिश हो रही है। इससे शादी समारोह मे लगे टेन्ट शामियाने भीग गए और शादी वालों की मुश्किलें बढ़ गई है।
अंधड़ के साथ बारिश और ओले भी गिरे
प्रदेश के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में कई जगह बारिश हुई और चने के आकार के ओले भी गिरे। श्रीगंगानगर जिले के जैतसर क्षेत्र में बुधवार शाम को तेज अंधड़ के साथ बारिश हुई। इस दौरान ओलावृष्टि होने से किसानों की चिंता बढ़ गई। खराब मौसम से धान की फसल खराब हो गई। बीरमाना व सिद्धूवाला क्षेत्र में भी बारिश के साथ ओले गिरे। वहीं सूरतगढ़ में बारिश हुई। हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा,जाखड़ांवाली और संगरिया में बारिश व ओलावृष्टि हुई।
रात में गुलाबी सर्दी का अहसास
बुधवार को दिन भर मौसम खुशगवार बना रहा। आसमान में बादलों की हल्की आवाजाही रहेगी। रात से मौसम बदलना शुरू होगा। बाड़मेर और जैसलमेर में भी रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। जैसलमेर में न्यूनतम तापमान 18.4 और अधिकतम 32.5 डिग्री रहा वहीं बाड़मेर में रात का पारा 19.9 और दिन का 34.8 डिग्री मापा गया। बुधवार सुबह सैर पर निकलने वाले लोगों को गुलाबी सर्दी का एहसास हुआ। दूरदराज के इलाकों में सुबह सर्दी के कारण लोगों को एहतियात बरतना पड़ा। धूप निकलने के बाद तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होती गई।