जयपुर। कोरोना वायरस की दूसरी लहर बेकाबू होती जा रही है। कोरोना अब गांवों में तेजी अपने पैर पसार रहा है। संक्रमण के मामलों में 39 फीसदी ग्रामीण क्षेत्र से सामने आ रहे हैं। इसे लेकर राजस्थान सरकार चिंतित है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे लेकर पंचायत स्तर तक के जनप्रतिनिधियों और कार्मिकों से खुला संवाद किया। मुख्यमंत्री के साथ इस संवाद कार्यक्रम में पक्ष विपक्ष के लोगों ने अपनी बात रखी और मिलकर महामारी की इस इस लड़ाई को लड़ने का आह्वान किया।
कोरोना पर राजनीति नहीं, पक्ष-विपक्ष मिलकर लड़े
सीएम गहलोत ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर जिस रूप में सामने आई है उसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। यह संक्रमण युवाओं, बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर ज्यादा अटैक कर रहा है। हालात इस तरह के हैं कि एक-एक बेड के लिए लोगों की सिफारिशें आ रही हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना अब गांव में भी घुस गया है जो विस्फोटक स्थिति है। सीएम ने आह्वान किया कि यह समय राजनीति का नहीं है। पक्ष-विपक्ष को साथ रहकर यह लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि पंचायतीराज जनप्रतिनिधियों की भूमिका इस लड़ाई में सबसे महत्वपूर्ण है।
15 दिन बेहद महत्वपूर्ण
अशोक गहलोत ने कहा कि लॉकडाउन के 15 दिन बेहद महत्वपूर्ण हैं। अगर हम लोगों ने यह समय सही तरीके से बिताया तो संक्रमण का ग्राफ नीचे आने लगेगा। सरकार अपने स्तर से हर प्रयास कर रही है। लेकिन यह समय लोगों द्वारा आत्मानुशासन का है। अगर इन 15 दिनों में लापरवाही बरती तो बहुत मुश्किल होगी।