कांग्रेस नहीं चाहती कि राजस्थान में कोई महिला सीएम हो: मुख्यमंत्री राजे

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राजस्थान में चुनावी रण का मैदान शुरू हो गया है। भाजपा, कांग्रेस और अन्य पार्टियों ने अपने-अपने चुनावी समीकरण बना अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया है और रणनीति का चतुराईपूर्ण दांव भी खेल दिया है। विधानसभा चुनाव 7 दिसम्बर को होने हैं और इसका नतीजा 11 दिसम्बर को आना है। Women CM in Rajasthan

राजस्थान विधानसभा चुनाव-2018 की इसी कड़ी में दैनिक भास्कर ने मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे से एक विशेष इंटरव्यू लिया जिसमें उन्होंने चुनाव के हर पहलू पर सीधी बातचीत की। आइए जानते हैं मीडिया के सवाल और मुख्यमंत्री राजे के जवाब ….

सवाल 1: अभी तक जितने भी सर्वे आए हैं, उनमें कांग्रेस 135-140 सीटों के साथ सरकार बना रही है। क्या आप चिंतित हैं? Women CM in Rajasthan

वसुन्धरा : चार महीने पूर्व जब पहला सर्वे आया था तब भी आपने यही प्रश्न पूछा था। तब किसी सर्वे में कहा गया था कि भाजपा को 30 सीटें मिल रही हैं…45 मिल रही हैं। जो सर्वे के आधार पर सरकार बना रहे हैं, वे तो मुख्यमंत्री की लड़ाई में फंसे हुए हैं। उन पर मुझे कोई बात नहीं करनी है। जमीनी सर्वे यह है कि हम प्रचंड बहुमत से सरकार बना रहे हैं। हम चुनाव विकास पर लड़ रहे हैं। मैंने राजस्थान को बीमारू राज्य की छवि से बाहर निकाला है। कोई ईमानदार सर्वे करे तो रिजल्ट बिल्कुल उल्टे होंगे। मैं जयपुर के दो बड़े उदाहरण गिनाऊं तो रिंग रोड, रिवर फ्रंट ये राजस्थान के पूरे मानचित्र को बदलने वाले हैं।

सवाल 2: आपने इतना काम किया है तो सर्वे में दिखता क्यों नहीं है? सर्वे आपके पक्ष में क्यों नहीं आया?

वसुन्धरा : सर्वे के नतीजे तो कई बार घंटों में ही बदल जाते हैं। हजार-दो हजार लोगों की राय अलग हो सकती है लेकिन वो पूरे राजस्थान का चेहरा नहीं बता सकते। Women CM in Rajasthan

सवाल 3: आपको लेकर कुछ लोगों की धारणा रही है कि पिछले पांच सालों में आपसे मिलना सबसे मुश्किल रहा है। आप जनता से नहीं मिलतीं। आप बस तीन-चार लोगों में घिरी रहती हैं।

वसुन्धरा : यह गॉसिप है। षड्‌यंत्र है। आपको मालूम है- पिछले पांच सालों में मैं जितने लोगों से मिली हूं…शायद ही राजस्थान का कोई सीएम मिला हो। मैंने लोगों के बीच जितनी यात्राएं कीं, उतनी किसी ने नहीं की। सरकार आपके द्वार, आपका जिला आपकी सरकार, न्याय आपके द्वार, मुख्यमंत्री जनसंवाद… गौरव यात्रा ये सब प्रमाण हैं। मैं एक दिन में 18 घंटे तक काम करती हूं। इसके बावजूद मुझ पर जब ऐसे आरोप लगते हैं तो दुख हाेता है। हां… मैं गप संस्कृति का हिस्सा नहीं बन सकती।

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सवाल 4: जब आपने यात्राएं की हैं, इतने लोगों से मिलती हैं। फिर भी ऐसे आरोप लगते हैं…तो क्या कोई गैप है?

वसुन्धरा : गैप नहीं है। विरोधियों की चालाकियां हैं। मैं चैलेंज करती हूं अब तक के जितने भी सीएम हैं उनके और मेरे काम की तुलना कर लीजिए। विकास के मेरे प्रोजेक्ट और प्रोग्राम सबसे बेहतर हैं। जो इस षडयंत्र का हिस्सा हैं, वे नहीं चाहते कि राजस्थान में कोई महिला सीएम हो।

सवाल 5: क्या टिकट में आपको फ्री हैंड मिला? क्या संघ ने दबाव बनाया कि मुस्लिम को टिकट नहीं दिया जाए?

वसुन्धरा : किसी का दबाव नहीं था और मुस्लिम को तो हमने टिकट दिया है। भाजपा… कांग्रेस की तरह नहीं है। यहां टिकटों के बंटवारे नहीं हुए हैं। हमारी चुनाव समिति ने इनपुट, सर्वे, जनाधार के आधार पर टिकट बांटे हैं। हर उस कार्यकर्ता को टिकट मिला, जिसका जनाधार है।

सवाल 6: फिर भी आपके दावों के विपरीत गुस्सा तो आपके यहां भी जबरदस्त है। चार मंत्री तो बागी हो गए।

वसुन्धरा : टिकट सिर्फ 200 बंटते हैं। सबको टिकट नहीं मिल सकता। नाराजगी स्वाभाविक है।

सवाल 7: क्या आपके खिलाफ झालरापाटन में मानवेन्द्र को कांग्रेस ने सिर्फ इसलिए उतारा है कि वह राजपूतों की नाराजगी भुना सके। राजपूत क्या वाकई आपसे नाराज हैं?

वसुन्धरा : यह सब राजनीतिक दांवपेच हैं। झालरापाटन में मैं नहीं, वहां कि जनता चुनाव लड़ रही है। मैं जातियों की राजनीति नहीं करती। लेकिन आपने पूछा है तो बता दूं कि राजपूत हमेशा भाजपा के साथ रहे हैं। और इस टिकट वितरण में भी आप दोनों दलों की तुलना करेंगे तो पाएंगे कि भाजपा के राजपूत उम्मीदवार ज्यादा हैं।

सवाल 8: क्या मानवेन्द्र को उतारने का जवाब आपने टोंक में यूनुस खान के रूप में दिया?

वसुन्धरा : यह रणनीतिक लड़ाई है। कांग्रेस वोट बैंक की पॉलिटिक्स करती है हम विकास की। टोंक में भी हमारा विकास ही मुद्दा है।

सवाल 9: अपने 95 नए चेहरों और 23 महिलाओं को टिकट दिया। एंटी इनकमबेंसी से निपटने का क्या यही प्लान है?

वसुन्धरा : जैसा कि मैं कह चुकी हूं कि हम मुद्दों की राजनीति करते हैं। विकास के आधार पर चुनाव लड़ते हैं। एंटी इनकमबेंसी कोई मुद्दा नहीं है। कांग्रेस का मुकाबला हम विकास से करेंगे। कांग्रेस जाति और मजहब की राजनीति करती है। नए चेहरों का चुनाव मैरिट के आधार पर किया है।

सवाल 10: एक साल पहले तक आपकी पार्टी कहती थीं कि हम 180 सीटें जीतेंगे। आज की स्थिति में आप कितनी सीटें जीतेंगी?

वसुन्धरा : हम प्रचंड बहुमत से जीत रहे हैं। 36 कौमें हमारे साथ है। रही बात नंबर की तो वो आपको 11 दिसंबर को मिल ही जाएगा।

सवाल 11: तीसरे मोर्चे के दो बड़े चेहरे तिवाड़ी और बेनीवाल, दोनों ही भाजपा से नाराज विधायक हैं। क्या इस चुनाव में तीसरे मोर्चे का कोई प्रभाव है। क्या इससे भाजपा को नुकसान होगा ?

वसुन्धरा : चुनाव लड़ना सबका संवैधानिक अधिकार है।

सवाल 12: आपके वो तीन काम हैं, जो श्रेष्ठ हो… जिसके लिए जनता आपको वोट करे।

वसुन्धरा : तीन नहीं तीन सौ हैं। राजस्थान टूरिज्म स्टेट है। हर संभाग में हमने जिस तरह इकोनॉमी को डेवलप किया है, वो एक मिसाल है। राजस्थान एक हैपनिंग प्लेस बना हुआ है। यहां इतने सारे काम जो हुए हैं। जयपुर का रिवरफ्रंट हो या बीकानेर का मसाला चौक और म्यूजियम। अजमेर का फिल्म आर्काइव। कोटा के दशहरे मैदान को हमने नया चेहरा दिया है। हमने टूरिज्म की जिस तरह मैपिंग की है, उससे राजस्थान दो सालों में दुनिया में नंबर वन होगा।

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