प्रदेश के स्कूली बच्चों को पोषित करने की महत्वकांक्षी योजना के तहत आज मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने प्रदेशभर के सरकारी विद्यालयों में अन्नपूर्णा दूध योजना की शुरूआत की। योजना के उदघाटन के दिन मुख्यमंत्री राजे राजधानी जयपुर के दहमीकलां गांव के राजकीय माध्यमिक विद्यालय पहुंची और अपने कर-कमलों से यहां की 10 छात्राओं को गर्म दूध पिलाया। इससे पहले उन्होंने खुद दूध चखकर गुणवत्ता की जांच की। Anannapurna Milk Scheme
इससे पहले उन्होंने रिमोट दबाकर अन्नपूर्णा दूध योजना का आरंभ किया और समारोह स्थल पर योजना के प्रतीकारात्मक सफेद—नीले गुब्बारें उड़ाए। योजना में प्रदेश की सभी राजकीय प्राथमिक विद्यालय एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों को शामिल किया गया है जिसमें मिड—डे—मिल के तहत प्रार्थना सभा के बाद सप्ताह में तीन दिन गर्म दूध पिलाया जाएगा। Anannapurna Milk Scheme
योजना के तहत प्रदेश के साढ़े छह हजार स्कूलों को शामिल किया गया है जिसमें 62 लाख स्कूली बच्चों को दूध पिलाया जाएगा। शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी के अनुसार 5वीं तक के स्कूली बच्चों को 150 मिमी. और 6 से 8 तक के विद्यार्थियों को 200 मिमी. दूध दिया जाएगा।
Read More: आमजन को द्रव्यवती नदी और जयपुर रिंग रोड का इंतजार
इसी क्रम में 2 जुलाई से 9 जुलाई 2018 तक राज्य के प्रत्येक विद्यालय में ‘अन्नपूर्णा दूध योजना सप्ताह’ का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान अगले सात दिनों तक स्कूलों में बच्चों को गर्म शुद्ध दूध पिलाया जाएगा। इसके बाद प्रदेश के सभी राजकीय प्राथमिक विद्यालय एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को सप्ताह में तीन दिन—प्रत्येक सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को पोषाहार के तहत दूध पिलाया जाएगा।
बता दें, मुख्यमंत्री द्वारा वित्तीय वर्ष 2018-19 के बजट अभिभाषण में मिड डे मील योजना के अन्र्तगत समस्त राजकीय प्राथमिक विद्यालय एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को सप्ताह में तीन बार दूध पोषाहार उपलब्ध कराने की घोषणा की गई थी। मिड डे मील योजना के तहत जिलों में केन्द्रीयकृत रसोईघर के माध्यम से पोषाहार पहले से ही वितरित किया जा रहा है। Anannapurna Milk Scheme