जयपुर। प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार अपने कामकाज से ज्यादा उनके नेता और मंत्रियों के बयानों कारण चर्चा में रहती है। हाल ही में मुख्यमंत्री के सलाहकार संयम लोढ़ा ने ऐसा बयान दिया है जिसके बाद बीजेपी ने मांग लिया। विधानसभा में बजट बहस के दौरान मुख्यमंत्री के सलाहकार संयम लोढ़ा ने कहा है कि अशोक गहलोत को किसी सलाह की जरूरत नहीं है। उपनेता प्रतिपक्ष ने जब संयम लोढ़ा से सलाहकार पद से इस्तीफा देने की सलाह दी तो लोढ़ा ने कहा कि पहले ऑर्डर तो हों।
प्रतिपक्ष नेताओं के बारे में बोल रहे थे संयम
सीएम के सलाहकार का यह बयान चर्चा का विषय बन गया है। बजट बहस के दौरान संयम लोढ़ा ने कहा कि मैं प्रतिपक्ष के नेता का लगातार स्टेटमेंट पढ़ता रहा। इस सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हुआ नहीं कि सरकार गिरी। यह बोर्ड चेयरमैन की नियुक्ति हुई नहीं कि यह सरकार गिरी। लो, मंत्रिमंडल विस्तार भी हो गया, बोर्ड चेयरमैन की नियुक्ति भी हो गई, राजनतिक नियुक्तियां भी हो गई, लेकिन आपके सपने तो धरे रह गए।
कटारिया ने भी कसा तंज
संयम लोढ़ा ने कहा- मेरे सपने यही हैं कि मैं सदन में खड़ा हूं, आपके आशीर्वाद से। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि नो सलाहकार हैं, इतने तो कमजोर हैं वो। इस पर संयम लोढ़ा ने कहा- इतना तो आपको ही पता है कि अशोक गहलोत को किसी की सलाह की जरूरत नहीं है। इस पर राजेंद्र राठौड़ ने संयम लोढ़ा से कहा कि इस्तीफा दे दीजिए। इस संयम लोढ़ा ने कहा कि जब इसका आदेश आ जाएगा तो मैं इस्तीफा दें दूंगा।