विधानसभा चुनावों में जीतकर सत्ता में आई कांग्रेस को महज 20 दिनों में ही मतदाताओं ने आईना दिखा दिया है। प्रदेशभर में विभिन्न पंचायत समितियों के नौ और जिला परिषद के एक सदस्य के लिए हुए पंचायत उप चुनाव के नतीजों ने सत्ता प्राप्त पर खुश हो रही कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया है। इन चुनावों में भाजपा ने बाजी मारी है। पंचायत उप चुनावों में बीजेपी कांग्रेस से आगे रही है।
नौ पंचायत समिति सदस्यों के चुनावों में भाजपा ने जहां 5 स्थानों पर जीत दर्ज कराई है, वहीं कांग्रेस को चार सदस्यों में संतोष करना पड़ा है। जिला परिषद के एक सदस्य का चुनाव परिणाम भी भाजपा के पक्ष में रहा है। अलवर जिला परिषद के एक सदस्य के लिए हुए चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज कराई है। वहीं पंचायत समिति सदस्यों में मांडलगढ़, बीदासर, लवाण, मेड़ता और जैतारण में भाजपा ने अपना परचम लहराया है। सत्तासीन कांग्रेस को मतदाताओें ने सत्ता आते ही झटका दे दिया है। राज्य चुनाव आयोग की ओर से रविवार को घोषित 13 पंचायत समिति सदस्यों और एक जिला परिषद के उपचुनाव के परिणामों में सात पंचायत समिति पर बीजेपी, पांच पर कांग्रेस और एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की है.
गौरतलब है कि चुनाव की अधिसूचना नवंबर में जारी हुई थी। 28 दिसम्बर को राज्य में सभी सीटों पर हुए उपचुनाव के लिये इलैक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के जरिये मतदान हुआ था। 13 पंचायत समिति में से बीजेपी के तीन उम्मीदवारों और एक कांग्रेस और एक निर्दलीय उम्मीदवार ने निर्विरोध जीत दर्ज की है।
वोटर भी सरकार के कामकाज और मंशा को अच्छी तरह भांपने में कामयाब रहा है। इसलिए उसने पंचायत उपचुनाव के जरिए कांग्रेस को मैसेज देने का काम किया है। लिहाजा कांग्रेस सरकार इन चुनाव परिणाम से सबक लेकर अपने आपसी गतिरोध को भूल प्रदेश में विकास की रफ्तार को सुचारू रखने का काम करेगी।
Author
Prakash