राजस्थान के सियासी गलियारों को वो एक औरत जिसने अपने स्वार्थ, लालसा और मृग तृष्णाओं के चलते कई नामी चेहरों को गुमनामी की ओर धकेल दिया। वो औरत जिसने रची एक दूसरी औरत में मृत्यु कहानी। राजस्थान के राजनैतिक रसूखों को ताख पर रखकर इस औरत ने एक तमाशा देश भर के सामने पेश किया और फिर गायब हो गई। जी हां, हम बात कर रहे है पूर्व कांग्रेस विधायक और पश्चिमी राजस्थान में अपनी शानो शौकत के लिए पहचाने जाने वाले मलखान सिंह की बहन इंद्रा विश्नोई की। इंद्रा विश्नोई वो औरत है जिनसे प्रदेश के कई राजघरानों को आज एक अंधेरे में धकेल दिया और खुद सती सावित्री बन नर्मादा के किनारे जा बसी। जानिए अपने देश निकाले या भगोड़ेपन में इंद्रा विश्नोई ने कैसे निकाले आराम के दिन।
किराए के मकान में गरीब बनकर रही इंद्रा विश्नोई
राजस्थान के बहुचर्चित एएनएम भंवरीदेवी हत्याकांड की मुख्य सूत्रधार इन्द्रा विश्नोई ने शनिवार को एटीएस की गिरफ्त में आने के बाद कई राज खोले। उसने पत्रकारों को कहा कि फरार होकर उसने अपना नाम बदल लिया था और इन्द्रा से वह गीताबाई बन गई थी। फरारी के दौरान उसने नर्मदा किनारे आराम से दिन काटे और साढ़े पांच साल तक मध्यप्रदेश के देवास में गरीब महिला बनकर किराए के कमरे में रही। उसने बताया कि उसे पकड़े जाने के एक दिन पहले ही किसी अनहोनी की आशंका हुई थी। वह ओंकारेश्वर जाने वाली थी लेकिन इससे पहले ही एटीएस ने उसे पकड़ लिया।
गीताबाई उर्फ इंद्रा ने आस्थावान होने का किया ढोंग
भंवरी हत्याकांड के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू होने पर इन्द्रा जोधपुर से फरार होकर मध्यप्रदेश के देवास जिले पहुंची। यहां कई दिन नर्मदा के किनारे गुजारने के बाद वह गीताबाई बनकर पाराशर नामक व्यक्ति के देवास स्थित किराए के कमरे में रहने लगी। इस दौरान वह पूरी तरह से धार्मिक आस्थावान होने का पूरा दिखावा भी करती थी। किराए के कमरे में रहने के दौरान वह पूजा-पाठ में ही ज्यादा समय गुजारती थी। इस दौरान हरदा व ओंकारेश्वर सहित कुछ आश्रमों में भी वह आती जाती थी।
काफी मशक्कत के बाद गिरफ्तार हुई हत्यारिन बाईजी
देवास में किराए से रहने के दौरान इन्द्रा गरीब बनकर रहती थी। फटे-पुराने कपड़े पहनती थी। एटीएस ने जब उसे पकड़ा तब भी वह मैली फटी पुरानी साड़ी पहने हुए थी। एटीएस ने उसे काफी मशक्कत के बाद तलाशा। गत दिनों एटीएस के आईजी बीजू जॉर्ज जोसफ को पुख्ता सूचना मिली कि वह देवास जिले में है। एटीएस ने फिर उसकी तलाश शुरू की और सादे कपड़ों में शुक्रवार देर शाम देवास में नर्मदा किनारे पाराशर नामक व्यक्ति के किराए के कमरे पर पहुंची। एटीएस ने उसे घेरकर साथ चलने को कहा तो वह बोली हां, चलती हूं… आखिर कब तक भागती रहूंगी।
16 आरोपी गिरफ्तार, आखिर कब मिलेगी सजा
भंवरी प्रकरण में सीबीआई अब तक बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा, तत्कालीन विधायक मलखान सिंह बिश्नोई व उसके भाई परसराम बिश्नोई सहित सोलह आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इन्द्रा की तलाश में सीबीआई ने कई बार और कई जगह दबिश दी लेकिन सफलता नहीं मिली। इन्द्रा विश्नोई भंवरी हत्याकांड की आखरी आरोपी थी जो कि फरार चल रही थी। इसके गिरफ्तार होने से अब इस केस में आरोपियों को सजा मिल सकेगी।