​बाड़मेर रिफायनरी को जल्द मिलेगा पानी।

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​बाड़मेर रिफायनरी को जल्द मिलेगा पानी: 

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निरंतर प्रयासों के बाद अब राज्य में लंबे समय से अटके रिफाइनरी प्रोजेक्ट को राह मिल गई है।मुख्यमंत्री राजे के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को पानी उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी हो चुकी है। बाड़मेर के पचपदरा में बनने वाली रिफाइनरी का जल्द ही कंस्ट्रक्शन कार्य शुरू हो जाएगा। जलदाय विभाग ने रिफायनरी के लिए पानी की व्यवस्था भी कर दी है। विभाग की ओर से मैसर्स हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड कंपनी को रिफाइनरी कंस्ट्रक्शन कार्य के लिए पचपदरा के नगाना गांव में वाटर फीलिंग स्टेशन से पानी उपलब्ध कराया जाएगा। वाटर फीलिंग स्टेशन पर पानी उपलब्ध कराने की व्यवस्था के लिए एचपीसीएल कंपनी की ओर से जलदाय विभाग को 1 करोड़ 37 लाख रूपए भी एडवांस भुगतान के रूप में मिल चुका है। एचपीसीएल कंपनी नगाना वाटर फीलिंग स्टेशन से पचपदरा रिफाइनरी कंस्ट्रक्शन स्थल तक वाटर टैंकरों से पानी ले जाएगी।

पचपदरा में रिफाइनरी के कंस्ट्रक्शन कार्य के लिए रोजाना 5 एमएलडी पानी की आश्यकता http://rajasthanpost.com/

प्रतिदिन 5 एमएलडी पानी की आवश्यकता: पचपदरा में रिफाइनरी के कंस्ट्रक्शन कार्य के लिए रोजाना 5 एमएलडी पानी की आश्यकता है, लेकिन पचपदरा में पानी की प्रर्याप्त उपलब्धता नहीं होने कारण रिफाइनरी लगाने का कार्य शुरू नहीं हो पा रहा था। बता दें कि मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जलदाय विभाग अधिकारियों को शीघ्र ही रिफाइनरी के लिए पानी की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद जलदाय विभाग की ओर से पचपदरा रिफाइनरी प्रोजेक्ट के लिए रोजाना 5 एमएलडी पानी उपलब्ध कराने के लिए एचपीसीएल कंपनी को तीन विकल्प बताए गए थे।
जलदाय विभाग ने एचपीसीएल को दिए तीन विकल्प: विभाग द्वारा दिए पहले विकल्प के रूप में नगाना एमबीआर से रोजाना 5 एमएलडी पानी उपलब्ध कराया जा सकता है, जहां से कंपनी वाटर टैंकरों के माध्यम से पानी ले जा सकती है। दूसरे विकल्प के तौर पर नगाना से रिफाइनरी तक 47 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाकर पानी उपलब्ध पहुंचाया जा सकता है। इसमें पाइपलाइन बिछाने की योजना पर 50 करोड़ रूपए खर्च होगा, जिसका बजट कंपनी की ओर से जलदाय विभाग को उपलब्ध कराना होगा। विभाग ने तीसरे विकल्प के रूप में बताया कि बगुण्डी से पोकरण-फलसूण्ड पेयजल परियोजना का पानी उपलब्ध कराया जा सकता है, लेकिन यह पानी परियोजना का कार्य पूरा होने के बाद ही उपलब्ध होगा।

मुख्यमंत्री कार्यालय और एचपीसीएल को भेजी गई रिपोर्ट:
जलदाय विभाग ने तीनों विकल्पों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय और एचपीसीएल कंपनी को भेजी थी, जिसके बाद एचपीसीएल ने विभाग की ओर से मिले पहले विकल्प को हरी झंडी दे दी।एचपीसीएल कंपनी ने जलदाय विभाग को नगाना वाटर फीलिंग स्टेशन पर पानी उपलब्ध कराने की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए 1 करोड़ 37 लाख रूपए का बजट भी उपलब्ध करवा दिया है। जिसके बाद अब आगे के कार्य में तेजी देखने को ​मिल रही है। विभाग अब अगले माह से एचपीसीएल कंपनी को रिफायनरी कंस्ट्रक्शन के लिए पानी उपलब्ध कराएगा।

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