राजस्थान में जारी है रार! गहलोत VS पायलट जंग में क्या करेंगे खड़गे?

0
210

जयपुर। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए बहुप्रतीक्षित चुनाव संपन्न हो गया। पार्टी को मल्लिकार्जुन खड़गे के रूप में एक नया प्रमुख मिल गया। अब जब कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनावी रस्साकशी खत्म हो चुकी है तो अब फिर से पार्टी का पूरा फोकस राजस्थान पर ही होगा। राजस्थान की रार अभी खत्म नहीं हुई है। राजस्थान में अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने रहेंगे या फिर सचिन पायलट को सरकार की कमान दी जाए। इस पर कांग्रेस के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सीनियर लीडरशिप को फैसला करना होगा। यहां बताना जरूरी है कि अशोक गहलोत के पास अब भी विधायकों का भारी समर्थन है।

राजस्थान में आंतरिक कलह को सुलझाना आसान नहीं
राजस्थान में पार्टी के आंतरिक कलह को सुलझाना मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए इतना आसान नहीं होने वाला है। राजस्थान में एक तरफ विधायकों का भारी समर्थन वाला एक अनुभवी मुख्यमंत्री है तो दूसरी तरफ एक युवा नेता है, जिसे लेकर कहा जाता है कि गांधी परिवार ने अनौपचारिक रूप से मुख्यमंत्री पद का आश्वासन दिया था। राजस्थान में अगले साल चुनाव भी होना है और ऐसे में सत्ता को बरकरार रखना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती भी होगी।

गहलोत VS पायलट जंग जारी
विधानसभा चुनाव के परिणाम को आम चुनावों से नहीं जोड़ा जा सकता है, क्योंकि कांग्रेस ने 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ को जीत लिया था, मगर कुछ महीने बाद हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था। सचिन पायलट खेमे का मानना ​​​​है कि कांग्रेस आलाकमान से सिग्नल मिलते ही विधायक पाला बदल लेंगे और उनके पक्ष में आ जाएंगे। हालांकि, अशोक गहलोत को राजस्थान की कुर्सी से हटाना इतना आसान नहीं होगा, क्योंकि गहलोत को सत्ता से हटाने की केंद्रीय नेतृत्व की कोशिश पिछले महीने विफल रही थी।