जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में पिछले कई दिनों से असंतोष ओर आपसी खींचतान का दौर चल रहा है। सियासी डैमेज कंट्रोल करेन के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अगले महीने मंत्रिमंडल विस्तार का दांव चल सकते हैं। इसके तहत सचिन पायलट खेमे के 3 से 4 विधायकों को मंत्री बनाकर कुछ समय के लिए इस विवाद पर विराम लगा सकते है। बताया जा रहा है कि अगले महीने यह तस्वीर साफ हो जाएगी।
जुलाई में 9 मंत्री और बनाए जा सकते है
प्रदेश में 30 मंत्री बनाने का कोटा है और मुख्यमंत्री सहित 21 मंत्री हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि 9 मंत्री और बनाए जा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, पायलट खेमे से 3 से 4 विधायकों को मंत्री बनाने की तैयार चल रही है। इसके साथ ही BSP छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए 6 में से 2 विधायकों को भी मंत्री बनाया जा सकता है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस और निर्दलियों में से भी कुछ नए चेहरों को मौका मिलने के आसार हैं।
ढाई साल में पहला विस्तार होगा
सरकार बने ढाई साल का समय हो गया है और अभी तक गहलोत मंत्रिमंडल में एक बार भी विस्तार और फेरबदल नहीं हुआ है। पायलट खेमे की बगावत के वक्त सरकार के साथ खड़े होने वाले निर्दलीय विधायक, सचिन पायलट खेमा और BSP से कांग्रेस में आने वाले विधायक लगातार इसके लिए दबाव बना रहे हैं। पिछले साल जुलाई में बगावत के कारण सचिन पायलट को डिप्टी CM पद से और विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था। पायलट खेमा बर्खास्त किए गए मंत्रियों से ज्यादा अपने विधायकों के पद चाहता है। राजनीतिक नियुक्तियों में भी पायलट खेमा अपने लिए भागीदारी चाहता है।